लेबनान के नेता साद हरीरी ने कहा है कि उन्होंने अपनी रक्षा के लिए इस्तीफ़ा दिया था और वो ‘कुछ ही दिनों में’ लेबनान वापसी करेंगे. हरीरी ने रियाद से फ्यूचर टीवी को बताया कि उन्हें किसी ने बंधक नहीं बना रखा है और ‘जल्द ही लेबनान लौटेंगे’.
लेबनान के राष्ट्रपति और अन्य का ये कहना था कि हरीरी को सऊदी अरब की राजधानी रियाद में उनकी मर्ज़ी के ख़िलाफ़ बंधक बनाकर रखा गया है.
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प्रधानमंत्री के तौर पर साद हरीरी का पिछले हफ्ते अचानक इस्तीफ़ा देने के बाद ये पहला साक्षात्कार है. साद हरीरी के इस्तीफ़े से इलाके में सनसनी फैल गई थी. हरीरी ने इसके लिए ईरान समर्थित हिज़बुल्ला को ज़िम्मेदार बताया था.
साद हरीरी, सुन्नी नेता और क़ारोबारी हैं. उन्हें पिछले साल नवंबर में लेबनान की सरकार बनाने के लिए नामित किया गया था. साद हरीरी ने साक्षात्कार में कहा, ‘मैंने इस्तीफ़ा दिया था. मैं जल्द लेबनान जा रहा हूं और संवैधानिक तरीके से इस्तीफ़ा दूंगा.’
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साद हरीरी ने कहा कि उन्होंने ‘साधारण तरीके’ से इस्तीफ़ा नहीं दिया और कहा कि वो अपने देश को एक ‘सकारात्मक झटका’ देना चाहते थे. लेबनान के राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री के तौर पर हरीरी का इस्तीफ़ा औपचारिक रूप से मंज़ूर नहीं किया है.