अहमदाबाद : " मोदी छे ने गुजरात सेफ छे " यानी मोदी हैं, तो गुजरात सुरक्षित है और " मैं हूं विकास, मैं हूं गुजरात " के नारे के साथ भारतीय जनता पार्टी का गुजरात कैंपन सोशल मीडिया पर शुरू हुआ. पिछले सात दिनों से भारतीय जनता पार्टी गुजरात चुनाव को लेकर सोशल मीडिया पर कैंपन मोड में है. दूसरी तरफ कांग्रेस ने अबतक सोशल मीडिया पर शुरुआत नहीं की है.
कांग्रेस ने कुछ पोस्ट, ट्वीट जरूर साझा किये हैं लेकिन प्रमोशलन मीडियो, कार्टून और दूसरी सामग्री भाजपा की तुलना में ना के बराबर है. भारतीय जनता पार्टी द्वारा प्रचारित किये गये विज्ञापन से साफ पता चलता है कि गुजरात चुनाव में मोदी अकेले गुजरात में भाजपा की जीत का भरोसा हैं. विज्ञापन पर नजर डालें तो सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चर्चा है. इस प्रचार में गुजरात के विकास पर कोई बात नहीं हुई, हां बुलेट ट्रेन को लेकर किये गये फैसले का जिक्र जरूर है.
लोकसभा और कई राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजों ने यह साफ कर दिया है कि राजनीतिक पार्टियों के लिए प्रचार सिर्फ जमीन पर नहीं बल्कि सोशल मीडिया पर भी जरूरी है. भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस जैसी दूसरी पार्टियां भी इसका महत्व अच्छी तरह समझती हैं. भारतीय जनता पार्टी ने पांच वी़डियो सोशल मीडिया पर साझा किये हैं, इन पांचों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जिक्र है. इन सारे वीडियो में नोटबंदी, उज्जवला योजना, मेक इन इंडिया, स्टैंड अप इंडिया और सर्जिकल स्ट्राइक का जिक्र है.
दूसरी राजनीतिक पार्टियों और उनके नेताओं पर भी निशाना साधा गया है जिनमें राहुल गांधी, लालू प्रसाद यादव, मुलायम सिंह, मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी का नाम शामिल है. इन सारे वीडियो में नोटबंदी, जीएसटी समेत कई सरकारी फैसलों का भी सहारा लिया गया है. कुल मिला कर कहें तो इसमें उन सारी योजनाओं का जिक्र है जिसे केंद्र सरकार अपनी उपलब्धि मानती है.
सोशल मीडिया पर हो रहे इस प्रचार का एक वीडियो खासा चर्चा में है. वीडियो में अभिनेता मनोज जोशी को देखा जा सकता है. जोशी इस वीडियो में जाति आधारित राजनीति का अर्थ समझा रहे हैं. वीडियो में कांग्रेस समेत उन सभी नेताओं पर निशाना साधा गया है जो अलग-अलग मुद्दों को लेकर एक राजनीतिक पहचान बना रहे हैं. इस वीडियो में किसी का नाम नहीं लिया गया है लेकिन स्पष्ट तौर पर इशारा पाटीदारों के लिए आरक्षण की मांग करने वाले हार्दिक पटेल, दलित नेता जिग्नेश मेवाणी और ओबीसी नेता अल्पेश ठाकुर की तरफ है.
गुजरात चुनाव में भाजपा इसलिए अपनी पूरी ताकत झोंक रही है क्योंकि 2002 के बाद यह पहली बार है जब भाजपा पीएम मोदी के मुख्यमंत्री चेहरे के बगैर चुनाव लड़ रही है. हालांकि पिछले एक साल में मोदी 12 बार से अधिक गुजरात का दौरा कर चुके हैं, कार्यकर्ताओं में उर्जा भरने के लिए सभा की. भारतीय जनता पार्टी ने अबतक कई वीडियो साझा कर दिये हैं वहीं अबतक कांग्रेस ने इसकी शुरुआत नहीं की. गुजरात में दो महत्वपूर्ण पार्टियां आमने-सामने हैं लेकिन दोनों की रणनीति अलग है. भाजपा सोशल मीडिया पर मजबूती से आगे बढ़ रही है, तो कांग्रेस रैली और जनसभाओं को अपनी ताकत समझ रही है.
एक अंग्रेजी अखबार में छपी खबर के अनुसार पिछले सात दिनों में भारतीय जनता पार्टी के शेयर किये गये पोस्ट में 11 बार मोदी के नाम का जिक्र है, दूसरे नेता जिनमें गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी शामिल है 10 बार. इसके अलावा बाकि के पोस्ट में कांग्रेस पार्टी पर हमला किया गया है. वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस ने पिछले 7 दिनों में अबतक एक भी प्रचार से संबंधित वीडियो साझा नहीं किया लेकिन राहुल गांधी का 16 पोस्ट में जिक्र है. कुछ ट्वीट और रिट्वीट हैं. कुछ पोस्ट गुजरात चुनाव प्रभारी अशोक गहलोत के हैं.