क्या ट्रंप की इच्छानुसार उत्तर कोरिया पर प्रेशर बनाएगा चीन ?
वाशिंगटन : प्योंगयांग में विशेष दूत भेजने के बीजिंग के फैसले के बाद व्हाइट हाउस ने कहा है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप उत्तर कोरिया पर अधिक से अधिक दबाव बनाने में चीन के बड़ी भूमिका निभाने का समर्थन करते हैं. चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के विशेष दूत सोंग ताओ आज उत्तर कोरिया […]
वाशिंगटन : प्योंगयांग में विशेष दूत भेजने के बीजिंग के फैसले के बाद व्हाइट हाउस ने कहा है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप उत्तर कोरिया पर अधिक से अधिक दबाव बनाने में चीन के बड़ी भूमिका निभाने का समर्थन करते हैं. चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के विशेष दूत सोंग ताओ आज उत्तर कोरिया जाकर उसके नेतृत्व को सत्तारुढ कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीपीसी) की हालिया राष्ट्रीय कांग्रेस के परिणाम के बारे में जानकारी देंगे.
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, राष्ट्रपति निश्चित रुप से इस बात का समर्थन करते हैं कि चीन उत्तर कोरिया पर अधिकतम दबाव बनाने में बडी भूमिका निभाए। चीन के दूत ऐसे समय में उत्तर कोरिया की यात्रा कर रहे हैं जब ट्रंप ने कुछ ही दिनों पहले एशिया के पांच देशों की अपनी यात्रा पूरी की है. इस दौरे में ट्रंप ने शी से अपील की थी कि वह परमाणु हथियार कार्यक्रम बंद करने के लिए उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन पर दबाव बनाएं.
सारा ने कहा, उत्तर कोरिया में परमाणु निरस्त्रीकरण के सभी प्रयासों और चीन की उसमें भागीदारी का राष्ट्रपति निश्चित रुप से समर्थन करते हैं. ट्रंप ने चीन के निर्णय का ट्विटर पर स्वागत किया. ट्रंप ने कल एक ट्वीट करके कहा, चीन उत्तर कोरिया में एक दूत और प्रतिनिधिमंडल भेज रहा है, जो एक बडा कदम है. हम देखेंगे कि क्या होता है.