पाकिस्तान हिंसा: छह की मौत, टीवी चैनलों के प्रसारण पर रोक, सोशल मीडिया भी बैन, बुलायी गयी सेना

इस्लामाबाद : पाकिस्तान में राजधानी इस्लामाबाद की ओर जाने वाले राजमार्ग की घेराबंदी करके प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए पुलिस और अर्धसैनिक बलों के अभियान शुरु करने के बाद हुई झड़पों में शनिवार को एक सुरक्षाकर्मी समेत छह लोगों की मौत हो गयी. 200 से अधिक लोग घायल हो गये. हालात से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 26, 2017 8:16 AM

इस्लामाबाद : पाकिस्तान में राजधानी इस्लामाबाद की ओर जाने वाले राजमार्ग की घेराबंदी करके प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए पुलिस और अर्धसैनिक बलों के अभियान शुरु करने के बाद हुई झड़पों में शनिवार को एक सुरक्षाकर्मी समेत छह लोगों की मौत हो गयी. 200 से अधिक लोग घायल हो गये. हालात से निबटने के लिए सेना बुलायी गयी है.

पाकिस्तान के गृहमंत्री एहसान इकबाल के खिलाफ शुक्रवार को इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने अदालत की अवमानना का नोटिस जारी किया था जिसके बाद यह अभियान शुरु किया गया. इस्लामाबाद सिटी मजिस्ट्रेट ने शुक्रवार को प्रदर्शनकारियों को आधी रात तक वहां से हटने या नतीजा भुगतने की चेतावनी जारी की थी.

बहरहाल, पुलिस अब तक फैजाबाद मोड़ से प्रदर्शनकारियों को हटाने में नाकाम रही है. प्रदर्शनकारियों के खिलाफ अभियान में 8,000 से अधिक सुरक्षा कर्मी शामिल हैं. अभियान अब भी जारी है और पुलिस को प्रदर्शनकारियों से भारी प्रतिरोध का सामना करना पड़ रहा है. तहरीक-ए-खत्म-ए-नबूवत, तहरीक-ए-लबैक या रसूल अल्लाह और सुन्नी तहरीक पाकिस्तान के करीब 2,000 कार्यकर्ता इस्लामाबाद में छह नवंबर से प्रदर्शन कर रहे हैं. तीन सप्ताह से इस्लामाबाद एक्सप्रेसवे और मरी रोड बाधित है. यह सड़क इस्लामाबाद को हवाईअड्डे और रावलपिंडी से जोड़ती है.

प्रदर्शनकारियों ने किया था भारत से संपर्क : पाक गृह मंत्री
पाकिस्तान के गृह मंत्री अहसान इकबाल ने शनिवार का कहा कि पिछले तीन सप्ताह से अधिक समय से इस्लामाबाद में प्रदर्शन कर रही कट्टरपंथी धार्मिक पार्टियों ने भारत से संपर्क किया था और सरकार इस बात की जांच कर रही है कि उन्होंने ऐसा क्यों किया. हालांकि, इकबाल ने अपने दावे के बारे में कोई ब्योरा नहीं दिया है. एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि राजधानी में एकत्र हुए सैकडों प्रदर्शनकारी साधारण लोग नहीं थे. उनके पास विभिन्न संसाधन हैं. उन्होंने आंसू गैस के गोले दागे हैं. निगरानी कर रहे कैमरों के फाइबर ऑप्टिक केबल भी काटे हैं.

सभी टीवी चैनलों को प्रसारण रोकने का आदेश

पाकिस्तान सरकार ने प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई के लाइव कवरेज से मीडिया को दूर रहने का आदेश जारी किया है. इस रोक के विरोध में पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया रेग्युलेटरी अथॉरिटी ने विरोध में सभी टीवी चैनलों से अपना प्रसारण रोकने को कहा है.

सोशल मीडिया पर भी बैन

प्रदर्शनकारियों के खिलाफ चल रहे अभियान के बीच पाकिस्तान की सरकार ने फेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब जैसी सोशल मीडिया साइट पर रोक लगा दी है. सरकारी सूत्रों ने बताया कि निजी समाचार चैनलों और सोशल मीडिया साइट पर रोक का निर्णय इस्लामाबाद में लाल मस्जिद पर सैन्य अभियान के दौरान के अनुभव को देखते हुए किया गया है, जिसमें आगजनी की घटना से भारी क्षति हुई थी.

जाम से आठ वर्षीय बच्चे की जान गयी

प्रदर्शनकारियों के सड़क जाम करने के कारण एक आठ साल के बच्चे की जान भी जा चुकी है. दरअसल, एक आठ साल के बच्चे को लेकर जा रहा एंबुलेंस रास्ता बंद होने की वजह से समय पर अस्पताल नहीं पहुंच सका, जिससे बच्चे की मौत हो गयी थी. इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने इस रवैये को ‘आतंकी कृत्य’ करार दे दिया.

सरकार ने चूक को मानवीय भूल बताया

चुने हुए प्रतिनिधियों के शपथ वाले नियम इलेक्शन एक्ट 2017 के अधिनियम के तहत मोहम्मद साहब की सर्वोच्चता को चुनौती दी गयी है. हालांकि सरकार इसे एक मानवीय भूल बताते हुए इसमें सुधार कर चुकी है. खत्म-ए-नबुव्वत में बदलाव में पैगंबरी की शपथ को अंतिम रुप देने के लिये लोग विधि मंत्री जाहिद हामिद का इस्तीफा मांग रहे हैं.

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