गुजरात चुनाव में सास-बहू ड्रामा, बहू ने काटा सास का टिकट, भड़की सास को बहू ने कहा – जीत कर दिखाऊंगी…!
इन दिनों देश भर में बस गुजरात चुनाव की ही चर्चा चल रही है. नरेंद्र मोदी वर्सेज राहुल गांधी के अलावा यहां हार्दिक पटेल और जिग्नेश मेवाणी का एंगल भी खूब सुर्खियां बटोर रहा है. इन सबके साथ इस चुनाव में एक दिलचस्प एंगल भी निकल आया है. और यह है सास-बहू के वर्चस्व की […]
इन दिनों देश भर में बस गुजरात चुनाव की ही चर्चा चल रही है. नरेंद्र मोदी वर्सेज राहुल गांधी के अलावा यहां हार्दिक पटेल और जिग्नेश मेवाणी का एंगल भी खूब सुर्खियां बटोर रहा है.
इन सबके साथ इस चुनाव में एक दिलचस्प एंगल भी निकल आया है. और यह है सास-बहू के वर्चस्व की लड़ाई. यह लड़ाई टीवी सीरियल्स में दिखायी जानेवाली घर-घर की कहानी जैसी नहीं है. यह लड़ाई है विधानसभा सीट पर दावेदारी को लेकर.
जी हां, गुजरात की कलोल विधानसभा सीट पर सास-बहू के बीच जंग छिड़ी हुई है.दरअसल, पंचमहल से भाजपा सांसद प्रभात सिंह चौहान की बहू सुमन चौहान को कलोल सीट से टिकट मिला.
यह बात प्रभात सिंह चौहान की पत्नी सुमन की सास रंगेश्वरी को रास नहीं आयी. वह बहू को टिकट मिलने पर नाराज हो गयीं. उन्होंने न केवल इस पर बहू को चेताया, बल्कि पति को भी खुली चुनौती दी कि अगर उन्होंने मां का दूध पिया है, तो वह प्रचार करने आकर दिखाएं.
बताया जाता है कि रंगेश्वरी की नाराजगी की वजह यह है कि सांसद ने भाजपा से अपनी दूसरी पत्नी रंगेश्वरी देवी (35) के लिए पहले टिकट मांगा था, जबकि पार्टी ने उनके बेटे प्रवीण सिंह (55) की पत्नी सुमन (50) को टिकट दिया है. शुक्रवार को जैसे ही पार्टी ने टिकट के बंटवारे कीघोषणा की, रंगेश्वरी हैरान रह गयीं.
रंगेश्वरी ने अपने इस गुस्से का इजहार फेसबुक पर भी किया है. उन्होंने लिखा है – मैं अभी भी रंगेश्वरी राथवा हूं. टिकट न मिलने पर उन्होंने लिखा, देखती हूं बहू प्रचार करने कैसे जाती है? मैं उसे घर से बाहर कदम भी रखने नहीं दूंगी.
अंगरेजी अखबार ‘द टाइम्स ऑफ इंडिया’ की खबर के अनुसार, रंगेश्वरी ने फेसबुक पर बहू के बाद पति प्रभात सिंह को भी चेताया. सोशल मीडिया पर उन्होंने लिखा, अगर उन्होंने मां का दूध पिया है, तो वह प्रचार करने के लिए घर से बाहर निकलकर दिखाएं.
यह बात दीगर है कि बाद में उन्होंने यह पोस्ट डिलीट करदी.
वहीं दूसरी ओर, बहू ने भी इस चुनाव को लेकर अपनी कमर कस ली है और उन्होंने कहा है कि वह इन चेतावनियों से डरने नहीं वाली हैं. वह चुनाव जीतेगी.