भ्रष्टाचार की जांच से बचने के लिए चीनी सेना के जनरल ने लगायी फांसी

बीजिंग : भ्रष्टाचार के दागी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के दो पूर्व जनरलों के साथ संबंधों को लेकर जांच का सामना कर रहे एक शीर्ष चीनी जनरल ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. पीएलए का कहना है कि जनरल ने जांच से बचने के लिए खुदकुशी की. सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने केंद्रीय सैन्य […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 28, 2017 8:24 PM

बीजिंग : भ्रष्टाचार के दागी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के दो पूर्व जनरलों के साथ संबंधों को लेकर जांच का सामना कर रहे एक शीर्ष चीनी जनरल ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. पीएलए का कहना है कि जनरल ने जांच से बचने के लिए खुदकुशी की. सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने केंद्रीय सैन्य आयोग (सीएमसी) के हवाले से खबर दी कि झांग यांग (66) ने गत 23 नवंबर को बीजिंग स्थित अपने घर में फांसी लगा ली. वह सीएमसी के सदस्य थे. झांग की मौत के बाद चीन की सेना ने उनकी आत्महत्या को सजा से बचने का शर्मनाक प्रयास करार दिया.

मुखपत्र पीएलए डेली की वेबसाइट पर पोस्ट एक लेख में कहा गया, झांग ने अपना जीवन खत्म करने के लिए इतना शर्मनाक रास्ता चुना. खबर के अनुसार पिछले साल अक्तूबर के बाद से झांग सीएमसी के दो पूर्व उप प्रमुखों गुओ बोक्सियोंग और शू काइहोऊ के साथ संबंधों को लेकर जांच के घेरे में थे. दोनों को सत्तारूढ़ कॉम्युनिस्ट पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था. गुओ को भ्रष्टाचार का दोषी करार देने के बाद 2016 में उम्रकैद की सजा सुनायी गयी थी, जबकि शू का जांच के दौरान 2015 में कैंसर के कारण निधन हो गया.

हांगकांग के अखबार साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने अपनी एक खबर में सूत्रों के हवाले से बताया कि झांग ने अपने घर में फांसी लगा ली और पीएलए के शीर्ष अधिकारियों को उनकी मौत की खबर दे दी गयी है. राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने 2015 में सत्ता संभालने के बाद एक व्यापक भ्रष्टाचार रोधी अभियान शुरू किया था और तब से कम्युनिस्ट पार्टी के दस लाख से ज्यादा सदस्यों को सजा दी जा चुकी है. साथ ही चीनी सेना के 13,000 से ज्यादा कर्मियों को भी सजा दी जा चुकी है जिनमें 40 शीर्ष जनरल शामिल हैं.

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