इस्लामाबाद : पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति व सेना प्रमुख जनरल परवेज मुशर्रफ ने आज इस बात की पुष्टि कर दी कि पाकिस्तान सेना एवं यहां के आतंकी संगठनों में तालमेल है. इतना ही नहीं सत्ता में शीर्ष पर बैठे कई लोगों का किसी न किसी रूप में आतंकी संगठनों से तालमेल है. जनरल मुशर्रफ ने पाकिस्तान के एआइवाइ न्यूज चैनल से बात करते हुए कहा है कि मैं लश्कर ए तैयबा का सबसे बड़ा समर्थक हूं और मैं जानता हूं कि वे मुझे पसंद करते हैं. उन्होंने कहा है कि जमात उद दावा भी मुझे पसंद करता है. ध्यान रहे कि जमात उद दावा का प्रमुख मुंबई हमलों का दोषी आतंकी हाफिज सईद है, जिसे पिछले सप्ताह पाकिस्तान ने रिहा किया है और उसने खुद से आतंकी टैग हटाने के लिए यूएनओ में याचिका दायर की है. उस पर अमेरिका ने लाखों करोड़ रुपये का ईनाम भी घोषित कर रखा है. हाफिज सईद कश्मीर में अशांति फैलाने वाले लश्कर ए तैयबा का संरक्षक भी है.
पाकिस्तान में पूर्व में नवाज शरीफ की सत्ता पलट कर सत्ता पर कब्जे करने वाले पूर्व पाकिस्तानी सेना प्रमुख परवेज मुशर्रफ ने कहा है कि वह हाफिज सईद से मिल चुके हैं. उन्होंने कहा है कि वे कश्मीर में एक्शन लिये जाने के पक्षधर रहे हैं, ताकि भारतीय सेना को पीछे धकेला जा सके. परवेरज मुशर्रफने संदर्भ लश्कर ए तैयबा द्वारा कश्मीर में अशांति फैलाने के लिए समर्थन देने के संदर्भ में यह बात कही.
उन्होंने कहा कि हां कश्मीर में लश्कर ए तैयबा सक्रिय है और उसे भारत ने अमेरिका के साथ मिल कर आतंकी घोषित कर रखा है. ध्यान रहे कि भारत बार-बार पाकिस्तान पोषित आतंकी गतिविधियों का मुद्दा उठाते रहा है, जिसे हमेशा व्यापक वैश्विक समर्थन मिलता रहा है. मुशर्रफ इससे पहले हक्कानी नेटवर्क का समर्थन कर चुके हैं.