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उत्तर कोरिया में परमाणु कार्यक्रम समाप्त करना प्राथमिकता है, शासन बदलना नहीं : अमेरिका

वाशिंगटन : व्हाइट हाउस का कहना है कि ट्रंप प्रशासन का लक्ष्य इस समय कोरियाई प्रायद्वीप में परमाणु कार्यक्रम समाप्त करना है, इसके अलावा और कुछ प्राथमिकता नहीं है. व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारह सैंडर्स ने पत्रकारों से कहा, जब उत्तर कोरिया की बात आती है तो प्रशासन केवल एक प्रमुख मुद्दे पर केंद्रित […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 1, 2017 10:12 AM

वाशिंगटन : व्हाइट हाउस का कहना है कि ट्रंप प्रशासन का लक्ष्य इस समय कोरियाई प्रायद्वीप में परमाणु कार्यक्रम समाप्त करना है, इसके अलावा और कुछ प्राथमिकता नहीं है. व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारह सैंडर्स ने पत्रकारों से कहा, जब उत्तर कोरिया की बात आती है तो प्रशासन केवल एक प्रमुख मुद्दे पर केंद्रित है. और वह है कोरियाई प्रायद्वीप में परमाणु कार्यक्रम समाप्त करना. यह हमारी एकमात्र प्राथमिकता है. इसलिए हम पूरी तरह उस पर केंद्रित हैं. इससे अधिक कुछ भी अभी हमारी प्राथमिकता नहीं है.

अमेरिकी प्रशासन के उत्तर कोरिया में शासन बदलाव की वकालत करने से जुड़े एक सवाल पर सारह ने यह बात कही. सारह के अनुसार अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस सप्ताह कई बार अपने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ ही विश्व नेताओं के साथ विशेषकर उत्तर कोरिया के मुद्दे पर बात की. उन्होंने एक अन्य सवाल के जवाब में कहा, वह ऐसा करना जारी रखेंगे और संबंधित हितधारकों से बातचीत भी जारी रखेंगे.

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विदेश मंत्रालय ने जर्मनी के प्योंगयांग में अपने राजनयिक मिशन का आकार कम करने और बर्लिन में उत्तर कोरिया की मौजूदगी कम कराने के निर्णय का स्वागत किया. इसबीच एएफपी की एक खबर के अनुसार अमेरिका के रक्षा मंत्री जिम मैटिस ने आज कहा कि अमेरिका, उत्तर कोरिया संकट कम करने के लिए अपनी कठोर कूटनीति पर कायम रहेगा.

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मैटिस ने कहा, मैं यह कहने को तैयार नहीं हूं कि कूटनीति काम नहीं करेगी. उन्होंने कहा, हम कूटनीतिक तौर पर काम करना जारी रखेंगे, हम संयुक्त राष्ट्र के जरिए काम करना जारी रखेंगे. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद और हम इसमें कठोर होंगे. साथ ही, हमारे राजनयिक मजबूती से अपनी बात रखेंगे क्योंकि हमारे पास सैन्य विकल्प मौजूद हैं.

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