मिस्र में मिलीं बच्चों की हज़ारों बरस पुरानी ममी

मिस्र में असवान शहर के पास बच्चों की तीन हज़ार साल से भी पुरानी ममी मिली हैं. इनमें मौजूद शव आज भी पूरी तरह सुरक्षित हैं. पुरातत्व मंत्रालय के प्रमुख डॉक्टर ऐमन अशमावी ने बताया कि, ‘एक कब्र में तो ममी बनाने के लिए लपेटा गया लिनेन का कपड़ा भी मिला है.’ ये ममी मिस्र […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 16, 2017 8:25 AM

मिस्र में असवान शहर के पास बच्चों की तीन हज़ार साल से भी पुरानी ममी मिली हैं. इनमें मौजूद शव आज भी पूरी तरह सुरक्षित हैं.

पुरातत्व मंत्रालय के प्रमुख डॉक्टर ऐमन अशमावी ने बताया कि, ‘एक कब्र में तो ममी बनाने के लिए लपेटा गया लिनेन का कपड़ा भी मिला है.’

ये ममी मिस्र के 18वें राजवंश (1549/50-1292 ई.पू.) के दौरान की हैं.

साथ ही मिस्र-ऑस्ट्रिया की टीम को एक कब्रिस्तान और स्विट्ज़रलैंड की टीम को एक महिला की मूर्ति भी मिली है.

पुरातत्वविदों को ये कब्रें गेबेल अल-सिलसिला में मिलीं.

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कपड़े और ताबूत की लकड़ी के अवशेष मिले

एक ममी दो से तीन साल के बच्चे की थी, जिसकी कब्र पर गुंबद बना था. ममी बनाने के लिए इस्तेमाल हुए लिनेन के अलावा ताबूत की लकड़ी के कुछ अवशेष भी अब तक बचे थे.

दूसरी और तीसरी ममी में ताबीज़ और बर्तन मिले. दूसरी ममी छह से नौ साल के बच्चे की है.

वहीं, तीसरी और चौथी कब्र पांच से आठ साल के बच्चों की हैं.

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चार हज़ार साल पुरानी कब्रगाह

स्वीडिश टीम की प्रमुख डॉक्टर मारिया निल्सन के मुताबिक़, ‘इन नई कब्रों से 18वें राजवंश के सामाजिक, आर्थिक और धार्मिक जीवन के बारे में और जानकारी मिलेगी. साथ ही उनके दफ़नाने और ममी बनाने के तरीक़ों का भी पता लगेगा.’

मिस्र और ऑस्ट्रिया की टीम को कोम ओम्बो इलाक़े में एक कब्रिस्तान मिला जिसे तक़रीबन 4000 साल पुराना बताया जा रहा है.

इस मिशन की प्रमुख डॉक्टर आइरिन फ़ोस्टर के मुताबिक़, ‘यहां मिट्टी की ईंटों से बने गुंबदों में बर्तन और दफ़नाने से जुड़ा कुछ और सामान मिला.’

उन्होंने बताया कि कब्रिस्तान के नीचे पुराने राज्य (2613-2181 ई. पू.) के भी कुछ अवशेष मिले हैं.

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क्या यह ग्रीक देवी की मूर्ति थी?

इनके अलावा इस इलाक़े में ग्रेको-रोमन काल की एक महिला की मूर्ति भी मिली है. इस मूर्ति का सिर, पांव और दायां हाथ ग़ायब है.

लाइमस्टोन से बनाई गई यह मूर्ति 35 सेमी ऊंची है.

स्थानीय पुरातत्व विभाग के प्रमुख अब्देल मोनीम सईद ने बताया, ‘मूर्ति में महिला ने जो कपड़े पहने हैं, वह ग्रीक देवी आर्टेमिस के कपड़ों से मिलते जुलते हैं.’

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