मतभेदों के बावजूद साथ आयेंगे पाक, चीन और अफगानिस्तान, बनाया यह प्लान

इस्लामाबाद : चीन, पाकिस्तान और अफगानिस्तान आज इस बात पर सहमत हुए कि वे किसी भी देश, समूह या व्यक्ति को आतंकवाद के लिए अपनी सरजमीं का इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं देंगे. तीनों देशों ने बीजिंग में हुई पहली त्रिपक्षीय वार्ता के दौरान आतंकवाद से एक साथ मिलकर निपटने का संकल्प लिया. बैठक में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 26, 2017 4:35 PM

इस्लामाबाद : चीन, पाकिस्तान और अफगानिस्तान आज इस बात पर सहमत हुए कि वे किसी भी देश, समूह या व्यक्ति को आतंकवाद के लिए अपनी सरजमीं का इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं देंगे. तीनों देशों ने बीजिंग में हुई पहली त्रिपक्षीय वार्ता के दौरान आतंकवाद से एक साथ मिलकर निपटने का संकल्प लिया. बैठक में इन देशों के विदेश मंत्रियों ने विकास, सुरक्षा और आतंकवाद विरोधी कदमों पर चर्चा की. पाकिस्तानी विदेश कार्यालय द्वारा बैठक के बाद साझा किये एक संयुक्त बयान के अनुसार तीनों देशों ने आतंकवाद के खतरे से निपटने के लिए अपने दृढ संकल्प को दोहराया.

जून में एक त्रिपक्षीय वार्ता करने पर सहमत होने के बाद इस तरह की यह पहली बैठक थी. चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने बीजिंग में अफगानिस्तान और पाकिस्तान के अपने समकक्षों के साथ पहली चीन-अफगानिस्तान-पाकिस्तान विदेश मंत्रियों की बैठक आयोजित की. बयान में कहा गया, उन्होंने (तीनों देशों) किसी भी देश, संगठन या व्यक्ति को किसी अन्य देश के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियां चलाने के लिए अपनी सरजमीं का इस्तेमाल नहीं करने देने की दृढ प्रतिबद्धता जाहिर की.
बयान के अनुसार तीनों देश बिना किसी भेदभाव के सभी आतंकवादी संगठनों के खिलाफ लड़ने के प्रयासों में सहयोग और समन्वय को मजबूत बनाये जाने पर सहमत हुए. उन्होंने दोहराया कि अफगानिस्तान में हिंसा को समाप्त करने के लिए सबसे अधिक व्यवहार्य समाधान एक व्यापक,समावेशी शांति एवं सामंजस्य प्रक्रिया है जो पूरी तरह से क्षेत्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समर्थित है.
बयान के अनुसार , इस संबंध में उन्होंने अफगान तालिबान से शांति प्रक्रिया में शामिल होने का आहवान किया. तीन देश एक प्रगतिशील दृष्टिकोण के साथ त्रिपक्षीय आर्थिक सहयोग करने पर सहमत हुए. उन्होंने अपने संबंधों को सुधारने, पारस्परिक रूप से अपने हितकारी सहयोग को मजबूत करने, चीन की महत्वाकांक्षी वन बेल्ट और वन रोड पहल के तहत संपर्क बढाने और बिना किसी पक्षपात के आतंकवाद के सभी रुपों से लडने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया. वे त्रिपक्षीय सहयोग के तीन विषयों राजनैतिक आपसी विश्वास और सामंजस्य, विकास सहयोग और संपर्क, सुरक्षा सहयोग और आतंकवाद से निपटने के लिए एक साथ मिलकर काम करने पर सहमत हुए. चीन-अफगानिस्तान-पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों की दूसरी वार्ता अगले वर्ष काबुल में आयोजित होगी.

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