क्या 97 करोड़ के पुराने नोट बदले जा सकते थे?

उत्तर प्रदेश के कानपुर में पुलिस ने मंगलवार को एक घर से करोड़ों रुपए के पुराने नोट बरामद किए. छापेमारी और नोट गिनने का सिलसिला जो मंगलवार शाम को शुरू हुआ, बुधवार दोपहर तक चलता रहा. नोट गिनने के लिए तीन मशीनों का इस्तेमाल किया गया जिसमें से दो खराब हो गईं. अधिकारियों के अनुसार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 18, 2018 7:42 AM

उत्तर प्रदेश के कानपुर में पुलिस ने मंगलवार को एक घर से करोड़ों रुपए के पुराने नोट बरामद किए.

छापेमारी और नोट गिनने का सिलसिला जो मंगलवार शाम को शुरू हुआ, बुधवार दोपहर तक चलता रहा. नोट गिनने के लिए तीन मशीनों का इस्तेमाल किया गया जिसमें से दो खराब हो गईं. अधिकारियों के अनुसार अभी तक जितने भी नोट बरामद किये गए हैं उनका मूल्य नोटबंदी से पहले 97 करोड़ रुपये था.

इतनी बड़ी मात्रा में काला धन पकड़े जाने के बाद पुलिस अब ये पता लगाने में जुटी है कि अभियुक्त 14 महीने बाद इस काले धन को सफ़ेद कैसे करते?

कानपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अखिलेश मीणा ने बीबीसी को बताया, "हमें सूचना मिली थी कि कानपुर के कुछ लोगों के पास चलन से बाहर हो चुके नोटों का एक बड़ा ज़ख़ीरा है. हमने कुछ जगहों पर छापेमारी की और नोट बरामद किए. करीब 97 करोड़ रुपये के 500 और 1000 रुपये के नोट बरामद हुए हैं. 16 लोगों को हिरासत में लिया गया है. मुख्य अभियुक्त अशोक खत्री है."

अशोक खत्री का कानपुर में कपड़ा और रियल एस्टेट का कारोबार है.

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मीणा ने आगे कहा, " शुरुआती जाँच में लग रहा है कि अशोक खत्री और उसके साथी 70 प्रतिशत कमीशन लेकर पुराने नोटों को नए में बदल रहे थे."

सूत्रों के अनुसार कानपुर पुलिस नेशनल इनवेस्टिगेटिंग एजेंसी यानी एनआईए की सूचना पर हरकत में आई.

पुलिस अधीक्षक गौरव ग्रोवर और अनुराग आर्य के नेतृत्व में एक दल का गठन किया गया और छापेमारी की कार्रवाई शुरू हुई. सबसे पहले, छापा मारा गया एक होटल में और छह लोगों को गिरफ्तार किया गया. उनकी निशानदेही पर अशोक खत्री के स्वरूप नगर आवास में छापा पड़ा और नोटों का ज़खीरा बरामद किया.

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उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक आनंद कुमार ने बीबीसी को बताया कि रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया और आयकर विभाग समेत संबंधित विभागों को सूचित कर दिया गया है.

उन्होंने कहा, "सभी विभागों के अधिकारी जांच में जुट गए हैं. गिरफ्तार किये गए लोगों से पूछताछ चल रही है कि वह इन नोटों का क्या करते,"

एक पुलिस अधिकारी ने कहा, "नोटबंदी के दौरान जो नोट बदलने के कानून लागू किये गए थे हम उनको पढ़ रहे हैं. पता लगा रहे हैं कि कहीं कुछ लोगों या कंपनियों को अब भी पुराने नोट बदलने की छूट तो नहीं है."

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