25 तारीख़ आकर चली जाएगी, पद्मावत को रिलीज़ नहीं होने देंगे: करणी सेना

<p>करणी सेना के संरक्षक लोकेंद्र सिंह कालवी ने बुधवार को जयपुर में संवाददाता सम्मेलन करके फ़िल्म ‘पद्मावत’ को रिलीज़ न होने देने की बात दोहराई.</p><p>उन्होंने कहा, &quot;देश में ये फिल्म नहीं लगनी चाहिए. बैन बैन और सिर्फ बैन. इतिहासकार अरविंद सिंह और प्रोफेसर कपिल कुमार देखने गए थे. जब उन्होंने बताया कि क्या देखा तो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 25, 2018 8:44 AM

<p>करणी सेना के संरक्षक लोकेंद्र सिंह कालवी ने बुधवार को जयपुर में संवाददाता सम्मेलन करके फ़िल्म ‘पद्मावत’ को रिलीज़ न होने देने की बात दोहराई.</p><p>उन्होंने कहा, &quot;देश में ये फिल्म नहीं लगनी चाहिए. बैन बैन और सिर्फ बैन. इतिहासकार अरविंद सिंह और प्रोफेसर कपिल कुमार देखने गए थे. जब उन्होंने बताया कि क्या देखा तो गला सूख गया.&quot;</p><p>कालवी ने कहा, &quot;हमाम में बैठे खिलजी के स्वप्न में दीपिका आती हैं. यह फ़िल्म का सीन है. रणवीर और दीपिका रियल लाइफ में कुछ भी करें लेकिन पद्मावती और खिलजी नहीं कर सकते.&quot;</p><p>जब कालवी से पूछा गया कि अहमदाबाद में मंगलवार को हुई तोड़फोड़ और आगज़नी के लिए क्या वह माफ़ी मांगते हैं तो उन्होंने कहा, &quot;हां, मैं माफ़ी मांगता हूं, मेरी मां पद्मावती से जिसकी 37वीं पीढ़ी होने का सौभाग्य मुझे प्राप्त है. 25 तारीख आएगी और चली जाएगी, लेकिन पद्मावत को नहीं आने देंगे.&quot;</p><p>कालवी के अनुसार गुजरात और राजस्थान में डिस्ट्रिब्यूटर्स ने फ़िल्म लगाने से मना कर दिया है.</p><p>इस दौरान कालवी ने मीडिया को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा, &quot;मेरी गिरफ़्तारी से पहले यह अंतिम प्रेस कॉन्फ्रेंस है. मुंबई में गिरफ़्तारियां चल रही हैं. जयपुर में मेरा घर-परिवार है. इसलिए, बंबई से वापस दौड़कर आया हूं.&quot;</p><p>कालवी ने कहा, &quot;मंगलवार को मैं गांधीजी के कर्म स्थल पर था. वहां मैंने उनसे विनती की. तुमने अंग्रेज़ों को हटा दिया था हम पद्मावत को हटाने के लिए लड़ रहे हैं. मैं नहीं मानता कि इसमें किसी का भी कोई दोष है. दोष केवल भंसाली का है.&quot;</p><p>कालवी ने भंसाली की फ़िल्म ‘गोलियों की रासलीला रामलीला’ के दौरान हुए विवाद का ज़िक्र करते हुए कहा, &quot;गुजरात में कोई ऐसा ज़िला नहीं है जहां ‘रामलीला’ के ख़िलाफ़ मुक़दमा दर्ज नहीं है.&quot;</p><p>उन्होंने कहा, &quot;सरकारें चिंतित हैं. सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले का पालन भी करना होगा. गुजरात और महाराष्ट्र में 200 के आसपास गिरफ़्तारियां हो चुकी हैं. जोश में होश खो देने वाली स्थिति क्यों बन गई.&quot;</p><p><strong>(बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप </strong><a href="https://play.google.com/store/apps/details?id=uk.co.bbc.hindi">यहां क्लिक</a><strong> कर सकते हैं. आप हमें </strong><a href="https://www.facebook.com/bbchindi">फ़ेसबुक</a><strong> और </strong><a href="https://twitter.com/BBCHindi">ट्विटर</a><strong> पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)</strong></p>

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