अम्मू स्वामीनाथन (1894-1978)
घर में सबसे छोटी होने के कारण वह बहुत लाडली थी. पिता की मृत्यु बचपन में ही हो गयी थी. उनकी मां परिवार की मुखिया थीं और उनके मजबूत व्यक्तित्व का असर अम्मू पर पड़ा. घर से दूर केवल लड़कों को पढ़ने भेजा जाता था, इसलिए अम्मू स्कूल नहीं गयी. अम्मू नायर की शादी गोविंद स्वामीनाथन नाम के एक वकील से हो गयी. बचपन में ही अम्मू के पिता ने उनकी मदद की थी. स्वामीनाथन ब्राह्मण परिवार से थे, इसलिए शादी के बाद दोनों शहर में ही रहे. आजाद हिंद फौज में शामिल रहीं कैप्टन लक्ष्मी सहगल इन्हीं की बेटी थीं.