सजर्री से पेट पर दाग नहीं आता

आज कल महिलाओं में स्तन कैंसर ज्यादा हो रहा है. इससे बचाव के क्या उपाय हैं?जानकी सिंह, बलिया, उत्तर प्रदेश फैशनेबल महिलाएं बच्चे को स्तन पान नहीं करातीं, बल्कि बाहरी दूध से ही काम चला लेती हैं. ऐसे में स्तन में दूध जमने लगता है और धीरे-धीरे गांठ का रूप ले लेता है. इससे बचने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 7, 2014 11:30 AM

आज कल महिलाओं में स्तन कैंसर ज्यादा हो रहा है. इससे बचाव के क्या उपाय हैं?
जानकी सिंह, बलिया, उत्तर प्रदेश

फैशनेबल महिलाएं बच्चे को स्तन पान नहीं करातीं, बल्कि बाहरी दूध से ही काम चला लेती हैं. ऐसे में स्तन में दूध जमने लगता है और धीरे-धीरे गांठ का रूप ले लेता है. इससे बचने का एक मात्र उपाय अपने बच्चों को नियमित रूप से स्तन पान कराना ही है. समय-समय पर सेल्फ ब्रेस्ट एग्जामिनेशन भी करें. इसके लिए खुद स्तन को चारों ओर हल्के से दबा कर देखें कि उनके स्तन में कहीं गांठ या दाने जैसा तो नहीं हो रहा है. दूध के साथ रक्त या किसी प्रकार का तरल पदार्थ निकल रहा हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.

मेरी उम्र 20 साल है. महावारी के समय मेरे पैरों में सूजन आ जाता है. क्या करना चाहिए ? उपाय बताएं.
मंजित खुराना, डनलप, कोलकाता

आप परेशान न हों, क्योंकि यह महावारी होने से पहले का लक्षण है. इसके साथ सिर दर्द, पीठ दर्द, पेट में मरोड़, स्तनों का ढीलापन अथवा फूल जाना भी आम तौर पर माहवारी का लक्षण है. सामान्यत: माहवारी शुरू होने के 5 से 11 दिन पहले ये लक्षण दिखते हैं. माहवारी शुरू होते ही ये लक्षण समाप्त भी हो जाते हैं.

मेरी उम्र 35 वर्ष है. पिछले कुछ दिनों से पेशाब करने पर जलन होती है. ठीक से पेशाब नहीं होता. पेशाब करने के तुरंत बाद फिर पेशाब लग जाता है.
सोनी सिन्हा, दमदम, कोलकाता

शादीशुदा औरतों विशेषकर गर्भवतियों में मूत्र संक्रमण रोग (मूत्रशय प्रदाह) अधिक पाया जाता है. इसका कारण पेशाब नली में सूजन आ जाना है, जो मूत्रशय में संक्रमण के कारण होता है. पीरियड के दौरान युवतियों में भी यह रोग देखा जाता है. मूत्रशय में संक्रमण होने से किडनी, यूरेटर, प्रोस्टेट ग्रंथी और योनि में भी संक्रमण होने भय रहता है. ऐसा होने पर तुरंत चेकअप कराएं.

अनियमित पीरियड क्या होता है ? इसके होने पर क्या करना चाहिए ?
संतूश्री बनर्जी, टाटा नगर

सामान्य तौर पर एक स्वस्थ महिला या लड़की को 28 से 30 दिन पर पीरियड आता है. लेकिन कई बार इसकी अवधि-चक्र अनियमित हो जाती है. यानी की दो महीने तक पीरियड नहीं आता. ऐसा होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.

डॉ उमा मुखोपाध्याय

मदर एंड चाइल्ड हेल्थ एक्सपर्ट, स्वास्थ्य भवन,

कोलकाता

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