चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के ‘‘अमित शाह”” वांग ह्यूनिंग कौन हैं?

चीन के राष्ट्रपति शी जिनफिंग चर्चा में हैं. उनके चर्चा में होने की वजह है चीन की संसद द्वारा वहां के राष्ट्रपति को असीमित कार्यकाल देने की स्वीकृति देना. इससे पहले चीन में अमेरिका की तरह नियम था का वहां राष्ट्रपति को दो ही कार्यकाल मिलता था. शी जिनपिंग का दूसरा कार्यकाल 2023 में समाप्त […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 12, 2018 4:52 PM

चीन के राष्ट्रपति शी जिनफिंग चर्चा में हैं. उनके चर्चा में होने की वजह है चीन की संसद द्वारा वहां के राष्ट्रपति को असीमित कार्यकाल देने की स्वीकृति देना. इससे पहले चीन में अमेरिका की तरह नियम था का वहां राष्ट्रपति को दो ही कार्यकाल मिलता था. शी जिनपिंग का दूसरा कार्यकाल 2023 में समाप्त होगा और नियम में नये बदलाव से उनका जीवन पर्यंत राष्ट्रपति चुने जाने की राह खुल गयी है. शी अबतक चीन के सबसे ताकतवर नेता के रूप में उभरे हैं और उनकी तुलना हाल तक कम्युनिस्ट चीन के संस्थापक माओ त्से तुंग से की जाती थी, लेकिन हालिया बदलावों ने यह साबित कर दिया कि वे शायद उनसे भी अधिक ताकतवर नेता के रूप में स्थापित हो गये हैं.

हर आदमी की सफलता के पीछे किसी ने किसी शख्स की भूमिका होती है. शी की सफलता की भी कहानी चीन के एक पूर्व प्रोफेसर वांग ह्यूनिंग ने रची है. वांग की इस खूबी के कारण ही उनकी तुलना भारतीय राजनेता व भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह से की जाती है. शाह को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विराट राजनीतिक सफलता का मुख्य शिल्पकार माना जाता है.

वांग ने ही वह पटकथा तैयार की, जिसके आधार पर शी बहुत ताकतवर नेता के रूप में उभरे और अनंत काल तक राष्ट्रपति चुने जाने का मार्ग प्रशस्त हुआ. वांग इससे पूर्व में भी चीन के दो पूर्व राष्ट्रपतियों के मार्गदर्शक व सलाहकार रह चुके हैं. वांग ने शी के ताकतवर चीन के सपनों को रचा, जिसने उन्हें बीते दिनों दुनिया के सबसे ताकतवर राजनेता का खिताब भी दिलवाया था. विद्वान वांग ने पूर्व चीनी राष्ट्रपति जियांग जेमिन केलिए थ्योरी ऑफ द थ्री रिप्रजेंट व हू जिंताओ को साइंस्टिफिक थ्योरी ऑफ डेवलपमेंट ड्राफ्ट किया था.

वांग पहले चीन के प्रतिष्ठित फूदान यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर थे. फिर वे राजनीति में सक्रिय हो गये. दिल्ली में इंस्टीट्यूट ऑफ चाइनीज स्टडीज के जेबीन टी जेकब ने उनके बारे में एक लेख में लिखा – वांग शी के लिए वही जगह रखते हैंजो भारतमें नरेंद्र मोदी के लिए अमित शाह. अमित शाह का काम मोदी के लिए चुनाव में रणनीतिक जीत तयकरनाहै और वांग का काम ऐसा नेरेटिव तैयार करता हैं जिसमें शी की अधिकारवादी व्यवस्था को वैधानिकता दिया जा सके.

वांग ने चीन में सॉफ्ट पॉवरकाकांसेप्ट तैयारकिया है, जिसकी आज दुनिया में सबसे अधिक चर्चा है. इस आइडिया के तहत विभिन्न देशों को संस्कृति, आइडिया व लाइफस्टाइल के स्तर पर प्रभावित किया जाता है. चीन इसके माध्यम से विश्व शक्ति बनना चाहता है और नि:संदेह इस दिशा में तेजी से बढ़ भी रहा है. एक प्रोफेसर के रूप में वांग ने नव तानाशाह का सिद्धांत प्रतिपादित किया है, जिसमें यह तथ्य समाहित है कि राजनीतिक स्थिरता व आर्थिक विकास को लोकतंत्र व निजी अधिकारों पर वरीयता मिलनी चाहिए.

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