ब्रिटेन में पूर्व जासूस को जहर देने के मामले को लेकर बेहद गुस्से में है अमेरिका

वाशिंगटन : अमेरिका ने ब्रिटेन में कथित तौर पर रूस द्वारा पूर्व जासूस और उसकी बेटी की हत्या करने के लिए जहर देने की घटना पर रोष जताया है. रूस के पूर्व जासूस सेरगई स्क्रीपल (66) और बेटी यूलिया (33) को पिछले हफ्ते जहर दिया गया था. इसी पदार्थ की चपेट में एक पुलिस कर्मी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 13, 2018 10:58 AM

वाशिंगटन : अमेरिका ने ब्रिटेन में कथित तौर पर रूस द्वारा पूर्व जासूस और उसकी बेटी की हत्या करने के लिए जहर देने की घटना पर रोष जताया है. रूस के पूर्व जासूस सेरगई स्क्रीपल (66) और बेटी यूलिया (33) को पिछले हफ्ते जहर दिया गया था. इसी पदार्थ की चपेट में एक पुलिस कर्मी भी आ गया था. तीनों की हालत गंभीर है. प्रतिनिधिसभा में ब्रिटिश प्रधानमंत्री टेरीजा मे ने सोमवार को कहा था कि इस बात की ‘प्रबल संभावना’ है कि स्क्रीपल पर जहर से हमला करने के पीछे रूस हो सकता है. उसने ब्रिटेन की विदेशी खुफिया एजेंसी के लिए काम किया था. रूस ने उक्त आरोपों का खंडन किया है.

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व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हम अपने सहयोगी ब्रिटेन के साथ खड़े हैं. सारा ने कहा कि अमेरिका घटना पर काफी नजदीक से नजर रख रहा है और यह बहुत गंभीर है. ब्रिटेन की धरती पर ब्रिटेन के नागरिक पर जहर से हमला करना हैरान करने वाला है.

उन्होंने कहा कि हमला अविचारी, अविवेकी और गैर-जिम्मेदाराना है. हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं, पीड़ित, उनके परिवार के साथ हमदर्दी जाहिर करते हैं और ब्रिटेन सरकार को समर्थन देते हैं. हम अपने सबसे करीबी सहयोगी के साथ खड़े हैं, जिसके साथ हमारे खास रिश्ते हैं.

अमेरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने ब्रिटेन के अपने समकक्ष से बात की है. वह फिलहाल अफ्रीका की यात्रा पर है. उन्होंने अपने बयान में कहा कि हमें ब्रिटेन की जांच पर पूरा यकीन है और उसका आंकलन है कि जहर से किये गये हमले के पीछे रूस हो सकता है, जो पिछले हफ्ते सेल्सबरी में हुआ है. टिलरसन ने कहा कि ऐसे हमले का कोई स्पष्टीकरण नहीं हो सकता है. यह एक संप्रभु राष्ट्र की जमीन पर एक नागरिक की हत्या की कोशिश है.

अमेरिका इस बात को लेकर स्तब्ध है कि रूस एक बार फिर से ऐसे व्यवहार शामिल होता प्रतीत हो रहा है. दूसरी ओर एएफपी की खबर के मुताबिक, रूस ने ब्रिटेन पर फुटबॉल विश्व कप से पहले ‘विश्वास की कमी’ पैदा करने का आरोप लगाया.

मंत्रालय ने कहा कि हम बार बार यह चेता चुके हैं कि (गर्मियों में) फीफा विश्व कप शुरू होने से पहले पश्चिमी मीडिया रूस को बदनाम और उसके प्रति विश्वास में कमी पैदा करने के लिए अभियान चला सकती है, क्योंकि वह खेल के कार्यक्रम की मेजबानी कर रहा है.

इसने आधिकारिक फेसबुक पेज पर एक बयान में कहा कि जैसा हमने अंदाजा लगाया था कि ब्रिटेन खास तौर पर सक्रिय है और वह स्वीकार नहीं कर पा रहा है कि 2018 के टूर्नामेंट की मेजबानी के लिए ईमानदार तरीके से रूस को चुना गया है.

ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरीजा मे के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखरोवा ने कहा कि उनके आरोप उकसावे पर आधारित सूचना और राजनीतिक अभियान का हिस्सा हैं. नाटो महासचिव जेंस स्टोलेनबर्ग ने कहा कि संगठन ब्रिटेन में रूस के डबल एजेंट पर हुए हमले से चिंतित है और इस संबंध में ब्रिटिश अधिकारियों के संपर्क में है.

महासचिव कार्यालय की ओर से जारी स्टोलेनबर्ग के बयान के अनुसार, ब्रिटेन बहुत महत्वपूर्ण सहयोगी है और यह घटना नाटो के लिए बहुत चिंता का विषय है. नाटो इस मामले को लेकर ब्रिटिश अधिकारियों के संपर्क में है.

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