कौन है वो चरमपंथी जिसे पर्दे पर लेकर आ रहे हैं राजकुमार राव?

<p><strong>बंदूक के निशाने पर एक शख़्स. जिसके सिर पर टोपी है, आंखों पर चश्मा है, नमाज़ में उठे हाथ हैं और दुआ में झुका सिर है. </strong></p><p>ना चाहते हुए भी ध्यान चला जाता है. राजकुमार राव की आने वाली फ़िल्म ‘ओमेर्टा- कोड ऑफ़ साइलेंस’ का पहला पोस्टर आ गया है. </p><p>शाहिद, सिटी लाइट्स और अलीगढ़ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 14, 2018 12:13 PM

<p><strong>बंदूक के निशाने पर एक शख़्स. जिसके सिर पर टोपी है, आंखों पर चश्मा है, नमाज़ में उठे हाथ हैं और दुआ में झुका सिर है. </strong></p><p>ना चाहते हुए भी ध्यान चला जाता है. राजकुमार राव की आने वाली फ़िल्म ‘ओमेर्टा- कोड ऑफ़ साइलेंस’ का पहला पोस्टर आ गया है. </p><p>शाहिद, सिटी लाइट्स और अलीगढ़ के बाद निर्देशक हंसल मेहता ‘ओमेर्टा’ लेकर आ रहे हैं. </p><p><strong>ओमेर्टा… मतलब क्या है इसका? </strong></p><p>ये ख़ामोशी और सम्मान का कोड है.</p><p>’ओमेर्टा’ इटैलियन शब्द है. इसका इस्तेमाल अपराधिक गतिविधियों में शामिल लोगों के लिए किया जाता है. ये एक-दूसरे के लिए वफ़ादार रहने का कोड है. इसके तहत वादा लिया जाता है कि वे एक-दूसरे के गुनाह के बारे में पुलिस को कुछ नहीं बताएंगे.</p><p><strong>आख़िर क्यों ख़ास है ये फ़िल्म?</strong></p><p>फ़िल्म ‘ओमेर्टा- कोड ऑफ़ साइलेंस’ अहमद उमर सईद शेख़ की ज़िन्दगी पर आधारित है. वही उमर जिन्हें डेनियल पर्ल के अपहरण और हत्या के आरोप में गिरफ़्तार किया गया था.</p><p>- उमर का जन्म पाकिस्तान में हुआ था. इसके बाद वो लंदन चले गए. लंदन स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स से उन्होंने पढ़ाई की और फिर चरमपंथ का रास्ता अपना लिया. </p><p>- उमर शेख़ एक इस्लामी संगठन के साथ 1992 में बोस्निया गए, जहां मुसलमानों की हालत देखकर वे बहुत दुखी हुए. उनसे जुड़े लोगों का कहना था कि यही उमर शेख़ के जीवन का सबसे महत्वपूर्ण मोड़ था जब वे चरमपंथ की ओर मुड़ गए. </p><p>- 1992 में वे पाकिस्तान चले गए. जल्दी ही वे वहां से अफ़ग़ानिस्तान पहुंचे जहां जेहादियों के एक कैंप में उन्होंने ट्रेनिंग ली.</p><p>- दुनिया को उमर शेख़ का पता तब चला जब उन्हें भारत में विदेशी पर्यटकों का अपहरण करने के आरोप में गिरफ़्तार किया गया. उन्हें मेरठ में और बाद में दिल्ली की तिहाड़ जेल में रखा गया.</p><p>- उमर शेख़ उन तीन लोगों में से थे जिन्हें भारत सरकार ने 1999 में एअर इंडिया के अपहरण के बाद चरमपंथियों की शर्तों को मानते हुए छोड़ा था.</p><p>- भारत से निकलने के बाद उमर शेख़ लगातार सक्रिय रहे और 2002 के फ़रवरी महीने में उन्हें डेनियल पर्ल के अपहरण और हत्या के आरोप में गिरफ़्तार किया गया.</p><p>- फिल्म में राजकुमार राव मुख्य भूमिका में हैं. राव का कहना है कि यूं तो उन्होंने कई तरह के किरदार निभाए हैं लेकिन उमर का किरदार अब तक का सबसे मुश्किल किरदार रहा.</p><p>भारत में ये फ़िल्म 20 अप्रैल को रिलीज़ होगी. हालांकि टोरंटो इंटरनेशनल फ़िल्म फ़ेस्टिवल में फ़िल्म का वर्ल्ड प्रीमियर हुआ था. जहां फ़िल्म को मिली-जुली प्रतिक्रिया मिली. फ़िल्म का ट्रेलर 14 मार्च को रिलीज़ हो रहा है.</p><p><strong>(बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉयड ऐप के लिए यहां </strong><a href="https://play.google.com/store/apps/details?id=uk.co.bbc.hindi">क्लिक</a><strong> करें. आप हमें </strong><a href="https://www.facebook.com/BBCnewsHindi">फ़ेसबुक</a><strong> और </strong><a href="https://twitter.com/BBCHindi">ट्विटर</a><strong> पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)</strong></p>

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