डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका का राष्ट्रपति बनने के लिए वैश्विक राजनीति अधिक प्रतिक्रियावादी हो गयी है. वैश्विक राजनीति में ध्रुवीकरण तेज होता जा रहा है. अब डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि रूस के खिलाफ उनके इतना सख्त तेवर उनसे पहले किसी ने दिखाई. वहीं, चीन केरक्षामंत्री जनरल वेई फेंग ने कहा है कि उनका रूस दौरा अमेरिका के लिए संकेत है. पूर्व में प्रतिद्वंद्वी रहे रूस व चीन के रिश्ते लगातार गहरे होते जा रहे हैं.
रूस के खिलाफ मेरे इतना सख्त रवैया किसी ने नहीं अपनाया : डोनाल्ड ट्रंप
वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि किसी ने रूस के खिलाफ इतना सख्त रवैया नहीं अपनाया है, जितना की वह दिखा रहे हैं. साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ अच्छे संबंध ‘‘ बहुत ही अच्छी बात’ होगी. ट्रंप ने बाल्टिक देशों एस्तोनिया, लातविया और लिथुआनिया के नेताओं के साथ कल हुई बैठक के दौरान यह टिप्पणी की. इससे एक दिन पहले व्हाइट हाउस ने इस बात की पुष्टि की कि राष्ट्रपति ने पुतिन को संभावित बैठक के लिए ओवल ऑफिस में आमंत्रित किया है.
उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे उम्मीद है कि हम अच्छी बातचीत कर सकते हैं. अगर हम नहीं कर सकते तो इसके बारे में आप सबसे पहले जानेंगे. मेरे अलावा किसी ने भी रूस के खिलाफ इतना सख्त रवैया नहीं अपनाया.’ ट्रंप से यह पूछा गया था कि वह पुतिन को दोस्त या दुश्मन क्या मानते हैं. ट्रंप ने बाल्टिक नेताओं के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में व्हाइट हाउस में कहा, ‘‘ इस बात की सच में संभावना है कि मेरे अच्छे संबंध हो सकते हैं. रूस से बेहतर संबंध होना अच्छी बात है. चीन से अच्छे संबंध होना अच्छी बात है. इसी तरह आप तीनों देशों समेत अन्य देशों से अच्छे संबंध होना अच्छी बात है ना कि बुरी बात है.’
उन्होंने कहा कि ऊर्जा के क्षेत्र में अमेरिका ‘‘ बहुत मजबूत’ है जो रूस के लिए अच्छा नहीं है. ट्रंप ने कहा कि उनके प्रशासन ने हाल ही में 700 अरब डॉलर का सैन्य बजट पारित किया है. इसके साथ ही अमेरिकी राष्ट्रपति ने कुछ नाटो सदस्यों द्वारा बिल का भुगतान ना करने की बात दोहराई. ब्रिटेन में रूस के पूर्व जासूस पर रासायनिक हमले के जवाब में रूस के 60 राजनयिकों को निष्कासित करने पर ट्रंप ने कहा, ‘‘ मैंने बहुत सारी चीजें की ना केवल 60 राजनयिकों को निष्कासित करना. जर्मनी ने चार, फ्रांस ने चार हमने 60 राजनयिक निकाले. कोई भी रूस पर इतना सख्त नहीं रहा है.’
अमेरिका के लिए संकेत है मेरा मॉस्को दौरा : चीन के रक्षा मंत्री
मॉस्को : चीन के नए रक्षा मंत्री का कहना है कि उनका रूस दौरा अमेरिका के लिए मॉस्को और बीजिंग के बीच बढ़ते सैन्य संबंधों का संकेत है. रूस के रक्षा मंत्री सेर्गेई कुजुगोत्तोविच के साथ वार्ता शुरू होने से पहले जनरल वेई फेंग ने कल एक दुर्लभ बयान दिया, जो दोनों पूर्व कम्युनिस्ट प्रतिद्वंद्वियों के बीच बढ़ते सैन्य सहयोग को दर्शाता है. मॉस्को में वेई ने इस बात पर भी जोर दिया कि ‘‘ हमारे द्विपक्षीय संबंधों के विकास और रणनीतिक सहयोग को मजबूत करने के लिए हमारे सशस्त्र बलों को दृढ़ करने के संकल्प को दुनिया को दिखाने’ के लिए उन्होंने चीनी सेना का नया चेहरा बनने के बाद पहला दौरा रूस का किया.
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