खुफिया रिपोर्ट में खुलासा, शरीफ बंधुओं और इमरान को तहरीक-ए-तालिबान से खतरा
इस्लामाबाद : तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ, उनके भाई शहबाज शरीफ, क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान और इन लोगों के परिवारों को निशाना बनाने की कोशिश कर रहा है. मीडिया में आयी एक खबर में यह दावा किया गया है. ‘द न्यूज’ ने पाकिस्तानी गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले […]
इस्लामाबाद : तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ, उनके भाई शहबाज शरीफ, क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान और इन लोगों के परिवारों को निशाना बनाने की कोशिश कर रहा है. मीडिया में आयी एक खबर में यह दावा किया गया है.
‘द न्यूज’ ने पाकिस्तानी गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से बताया, ‘शीर्ष खुफिया एजेंसी से हमें इस बारे में कई खुफिया रिपोर्टें मिली हैं कि टीटीपी नवाज शरीफ और शहबाज शरीफ के परिवार के सदस्यों पर हमला कर सकता है.’ अखबार ने कहा है कि खुफिया रिपोर्टों के बाद राष्ट्रीय आतंकवाद रोधी प्राधिकरण ने पुलिस और कानून प्रवर्तन एजेंसियों को इस बारे में एक औपचारिक पत्र भेजा है. इसके मुताबिक, रिपोर्ट एक अप्रैल को प्राप्त हुई और एहतियाती कदम उठाने के लिए इसी दिन संबद्ध विभागों को एक अलर्ट जारी किया गया. एक अलग खुफिया रिपोर्ट के अनुसार इमरान खान की जान को भी भारी खतरा है.
अपने सूत्र के हवाले से अखबार ने कहा है कि खतरे के बारे में सूचना गृहमंत्री अहसन इकबाल के निर्देशों पर इमरान खान और उनके सहयोगियों को भी भेज दी गयी है. इमरान खान के करीबी सहयोगी एवं उनकी पार्टी के प्रवक्ता फवाद हुसैन चौधरी ने खतरे की पुष्टि की है. अखबार ने फवाद के हवाले से कहा है, ‘हां, हमें खतरे के बारे में आधिकारिक जानकारी दी गयी है. सूत्र के हवाले से इसने कहा कि खान जब पिंड दादन खान इलाके में पिछले महीने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे, तभी एक फोन कॉल आयी. इसमें उन्हें सार्वजनिक रूप से पेश होने से बचने की सलाह दी गयी. फवाद सहित उनकी पार्टी के नेताओं को भी इस तरह का फोन कॉल आयी थी.
गौरतलब है कि पाकिस्तानी गुप्तचर एजेंसी आईएसआई द्वारा गृह मंत्रालय को दिसंबर2007 में लिखा गया एक पत्र पिछले साल मीडिया में आया था. इसमें आईएसआई ने दावा किया था कि अलकायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन ने पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की हत्या की साजिश रची थी. अलकायदा ने बेनजीर पर हुए जानलेवा हमले की जिम्मेदारी ली थी.