ब्रिटेन में अब लड़के भी स्कर्ट पहनकर जायेंगे स्कूल, वजह जान खुश हो जायेंगे आप…!

लंदन : ब्रिटेन मेंअब लड़के भी लड़कियों की तरह स्कर्ट पहनकर स्कूल जायेंगे. जी हां, ब्रिटेन के एक नामी बोर्डिंगस्कूलनेहालहीमेंऐसाकदमउठायाहै. आज जहां भारत में महिलाएं साड़ी और कुर्ता-सलवार जैसे पारंपरिक परिधान पर जींस और लेंगिंग्स जैसे पश्चिमी परिधान को तरजीह देने लगी हैं, जिनमें में लड़कों की तरह रोजमर्रा के कामकाज और भागदौड़ करने में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 9, 2018 5:29 PM

लंदन : ब्रिटेन मेंअब लड़के भी लड़कियों की तरह स्कर्ट पहनकर स्कूल जायेंगे. जी हां, ब्रिटेन के एक नामी बोर्डिंगस्कूलनेहालहीमेंऐसाकदमउठायाहै.

आज जहां भारत में महिलाएं साड़ी और कुर्ता-सलवार जैसे पारंपरिक परिधान पर जींस और लेंगिंग्स जैसे पश्चिमी परिधान को तरजीह देने लगी हैं, जिनमें में लड़कों की तरह रोजमर्रा के कामकाज और भागदौड़ करने में सहज महसूस करती हैं. लेकिन दूसरी ओर, ब्रिटेन में एक स्कूल ने चौंकाने वाला फैसला किया है.

लंदन के एक स्कूल ने लड़कों को स्कर्ट पहनकर आने की छूट दे दी है. और आश्चर्य की बात यह है कि स्कूल के इस फैसले को लेकर वहां के बच्चे काफी उत्साहित हैं.

दरअसल, ब्रिटेन के बड़े बोर्डिंग स्कूल्स में शुमार ‘अपिंघम’ के प्रशासन ने यह कदम लैंगिक भेदभाव कम करने के मकसद से उठाया है. स्कूल प्रशासन ने यह फैसला लिया है कि अगर कोई लड़का स्कूल में स्कर्ट पहन कर आना चाहता है, तो उसे यह अधिकार दिया जायेगा.

गौतरलब है कि इस स्कूल की स्थापना 1584 में हुई थी. बताया जाता है कि इस स्कूल में पढ़ने वालेहर बच्चे की फीस भारतीय करेंसी के अनुसार लगभग 33 लाख रुपये सालाना है. आज यहां लड़के-लड़कियां सभी साथ-साथ पढ़ते हैं.

ब्रिटेन के अखबार ‘टेलिग्राफ डॉट यूके’ के मुताबिक यह फैसला लैंगिक भेदभाव खत्म करने के लिए किया गया है. बताया जा रहा है कि स्कूल प्रशासन इस तरह के फैसले पहले भी ले चुका है.

लैंगिक भेदभाव को खत्म करने के लिए स्कूल में छात्र-छात्रा को प्यूपिल कह कर बुलाया जाता है. इस फैसले के बाद अपिंघम स्कूल के हेडमास्टर रिचर्ड मैलनी ने कहा, मैं उम्मीद करता हूं कि प्यूपिल मेरे पास आकर कहें कि मैं स्कर्ट पहनना चाहता हूं, तो मुझे खुशी होगी.

वहीं, अपिंघम स्कूल में पहले पढ़ चुके लोगों ने भी स्कूल के इस फैसले की सराहना की है. उनका कहना है कि जेंडर न्यूट्रल यूनिफॉर्म भेदभाव खत्म करने में सहायता मिलेगी. अगर हमें स्कर्ट पहनने कीइजाजत होती तो हम वही पहनना पसंद करते.

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