संयुक्त राष्ट्र/वाशिंगटन : संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुतारेस ने सीरिया में लगातार हो रही हिंसा और युद्ध की स्थिति पर गंभीर चिंता जताते हुए कहा कि देश में खूनखराबे के हालात हैं. वहीं, अमेरिका में ट्रंप प्रशासन ने सीरिया में कथित रासायनिक गैस हमले का संयुक्त सैन्य जवाब देने को लेकर अपने वैश्विक सहयोगियों से सलाह मश्विरा शुरू कर दिया है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस संकट से निबटने के लिए अपनी विदेश यात्रा भी रद्द कर दी. अधिकारियों ने बताया कि अमेरिका, फ्रांस और ब्रिटेन इस सप्ताह के अंत तक सैन्य हमला करने के बारे में विस्तृत बातचीत कर रहे हैं.
संयुक्त सैन्य अभियान से रासायनिक हथियारों पर प्रतिबंध को लागू करने और रूस तथा ईरान की ओर से सीरिया के राजनीतिक और सैन्य सहयोग का मुकाबला करने के लिए अंतरराष्ट्रीय एकता का संदेश जा सकता है. फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुअल मैक्रों ने कहा कि फ्रांस, अमेरिका और ब्रिटेन आने वाले दिनों में यह फैसला लेंगे कि कैसे जवाब दिया जाये. उन्होंने शनिवार को सीरिया के डूमा शहर में हमले का ‘कड़ा और संयुक्त जवाब’ देने का आह्वान किया. सीरियाई कार्यकर्ताओं और बचावकर्ताओं का कहना है कि इसमें 40 लोग मारे गये. सीरियाई सरकार ने इसकी जिम्मेदारी लेने से इन्कार कर दिया.
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उधर, संयुक्त राष्ट्र के महासचिव गुतारेस ने सीरिया में संघर्ष विराम के लिए संयुक्त राष्ट्र प्रस्ताव को पूरी तरह से लागू करने का आह्वान किया. यहां आठ वर्ष से युद्ध के हालात बने हुए हैं. संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने कहा कि सीरिया में युद्ध की स्थिति खत्म नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि कुछ इलाकों में संघर्ष कम है. हालांकि, अफरिन, इदलिब के कुछ हिस्सों और दमिश्क तथा उसके उपनगरों समेत पूर्वी घोउता में हिंसा जारी है.
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद से कहा, ‘मैं सीरियाई लोगों की मौत और उनकी परेशानियों से बहुत दुखी हूं. मैं उन लोगों से भी बहुत निराश हूं, जिन्होंने साल दर साल इसे होने दिया.’ वह पिछले महीने सर्वसम्मति से पारित सुरक्षा परिषद प्रस्ताव 2401 को लागू किये जाने पर मंगलवार को परिषद को संबोधित कर रहे थे.
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गुतारेस ने कहा कि मैं एक कठोर तथ्य बता दूं कि सीरिया में संघर्ष शुरू होने के बाद से किसी भी अन्य वर्ष की तुलना में 2017 में सबसे अधिक बच्चे मारे गये. उन्होंने कहा, ‘गुरुवार को यह संघर्ष आठवें साल में प्रवेश कर जायेगा. मैंने सीरिया को राख से उठते हुए देखने की उम्मीद नहीं खोयी है.’ गुतारेस ने सीरिया के पूर्वी घोउता में हाल में हुए रासायनिक हथियार हमले संबंधी खबरों की भी निंदा की.