चेन्नई : अहंकार बड़े- बड़े दिग्गजों को धराशायी कर सकता है और जमैका के हरफनमौला आंद्रे रसेल को इसका बखूबी अहसास है जो वाडा के डोपिंग निरोधक ‘ ठिकाने ‘ वाले प्रावधान के उल्लंघन को लेकर एक साल का प्रतिबंध झेल चुके हैं . प्रतिबंध के कारण रसेल पिछले साल पीएसएल और आईपीएल नहीं खेल सके लेकिन इस साल वापसी की .
केकेआर के लिए कल 36 गेंद में 11 छक्कों की मदद से 88 रन बनाने वाले रसेल ने कहा ,‘ मैं एक साल में बहुत बदल गया हूं . मैंने विनम्र होना सीख लिया . मुझे यह सुनिश्चित करना होगा कि शीर्ष पर रहते हुए भी मैं विनम्र बना रहूं. दोबारा वह गलती ना होने पाये.’ उसने कहा ,‘ मेरा आत्मविश्वास बढ़ा है जिसकी सबसे ज्यादा जरूरत होती है. मैं अच्छी तरह बल्लेबाजी और गेंदबाजी कर रहा हूं. कुछ और मैच के बाद मैं वैसे खेल पाऊंगा, जैसे मैं चाहता हूं. ‘