वॉशिंगटन : डेटा लीक मामले में फेसबुक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मार्क जुकरबर्ग ने अमेरिकी सांसदों के समक्ष अपना पक्ष रखते हुए कहा कि मेरा भी निजी डेटा चोरी हुआ था और कैंब्रिज एनालिटिका द्वारा बेचा गया. साथ ही जुकरर्बग ने ब्रिटिश कंपनी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू करने की भी मंशा जताई है. कंपनी पर निजी जानकारियां चुराने और उसका राजनीतिक उपयोग करने का आरोप है.
सदन की ऊर्जा एवं वाणिज्य समिति के सामने कल सुनवाई के दौरान जब अमेरिकी सांसदों ने उनसे पूछा कि क्या जिन जानकारियों को " दुर्भावनापूर्ण तरीके से तीसरे पक्ष " को बेचा गया उसमें उनका निजी डेटा भी शामिल था , इस पर उन्होंने " हां " में जवाब दिया। ब्रिटिश कंपनी ने 8.7 करोड़ उपयोगकर्ताओं की निजी जानकारियां गलत तरीके से हासिल की है , जिसमें भारतीय उपयोगकर्ता भी शामिल हैं। सांसदों ने कहा कि अमेरिकी इस बात से चिंतित हैं कि फेसबुक कैसे अपने उपयोगकर्ता के डेटा की सुरक्षा करता है. जुकरबर्ग ने कहा कि ब्रिटिश कंपनी ने क्या किया है , हम इसकी तह तक जाएंगे और प्रभावित लोगों को इसकी जानकारी देंगे.
उन्होंने कहा कि अभी हम सिर्फ यह जानते हैं कि कैंब्रिज एनालिटिका ने अनुचित तरीके से फेसबुक उपयोगकर्ताओं की जानकारियां हासिल की। ये सामान्य जानकारियां हैं , जिसे लोग सार्वजनिक रूप से अपने फेसबुक पेज पर साझा करते हैं , जिसमें नाम , प्रोफाइल फोटो और अन्य चीजें शामिल हैं. जब हमने पहले कैंब्रिज एनालिटिका से संपर्क किया तो हमें बताया गया कि डेटा नष्ट कर दिया गया है और उसके करीब एक महीने बाद हमने सुना की डेटा नष्ट नहीं किया गया है.
जुकरबर्ग ने अमेरिकी सांसदों के एक सवाल के जवाब में कहा कि वह निजी डेटा चुराने और उसका इस्तेमाल अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में करने की आरोपी ब्रिटिश कंपनी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू करनी की मंशा रखते हैं.
उन्होंने कहा कि कोई अन्य ऐप डेवलपर डेटा का दुरुपयोग तो नहीं कर रहा है यह सुनिश्चित करने के लिए फेसबुक हर ऐप की जांच कर रही है. यदि हम किसी को अनुचित तरीके से डेटा का इस्तेमाल करते हुए पाएंगे तो उसे अपने मंच से प्रतिबंधित कर देंगे और सभी प्रभावित लोगों को इसकी जानकारी देंगे. एक सवाल के जवाब में जुकरबर्ग ने जोर देते हुए कहा कि फेसबुक डेटा की बिक्री नहीं करती है.