विनोद खन्ना को दादा साहब फाल्के पुरस्कार
<p>65वें राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई है. </p><p>जाने-माने दिवंगत अभिनेता और भारतीय जनता पार्टी के सांसद रहे विनोद खन्ना को दादा साहब फाल्के पुरस्कार से नवाज़ा गया है. 27 अप्रैल 2017 को उनका निधन हो गया था. </p><p><em>मेरे अपने, मेरा गांव मेरा देश, कच्चे धागे, मुकद्दर का सिकंदर, अमर-अकबर एंथनी, द बर्निंग […]
<p>65वें राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई है. </p><p>जाने-माने दिवंगत अभिनेता और भारतीय जनता पार्टी के सांसद रहे विनोद खन्ना को दादा साहब फाल्के पुरस्कार से नवाज़ा गया है. 27 अप्रैल 2017 को उनका निधन हो गया था. </p><p><em>मेरे अपने, मेरा गांव मेरा देश, कच्चे धागे, मुकद्दर का सिकंदर, अमर-अकबर एंथनी, द बर्निंग ट्रेन, खून-पसीना, चांदनी </em>उनकी कुछ फिल्में है जिनमें उनके अभिनय को खासा पसंद किया गया. </p><p>खलनायक की भूमिका में भी उन्हें काफी सराहना मिली. फिल्मों में अमिताभ बच्चन के साथ उनकी जुगलबंदी को लोगों ने हाथों हाथ लिया था. </p><p>इसके अलावा फिल्म मॉम के लिए दिवंगत अभिनेत्री श्रीदेवी को सर्वश्रेष्ठ अदाकारा का खिताब दिया गया है. </p><p>’मॉम’ श्रीदेवी की आखिरी फिल्म थी. उनका 24 फ़रवरी की रात दुबई के एक होटल में निधन हो गया था. </p><p>उन्होंने अपने करियर की शुरुआत महज चार साल की उम्र में एक तमिल फिल्म कंधन करुणई से कर दी थी. उन्होंने बाल कलाकार के रूप में तेलुगू और मलयालम फिल्मों में भी अभिनय किया था.</p><p>लेडी अमिताभ बच्चन कही जाने वाली श्रीदेवी ने 80 के दशक में <em>हिम्मतवाला, तोहफ़ा, मिस्टर इंडिया, नगीना </em>जैसी सुपरहिट फ़िल्में दीं. </p><p>साल 1997 में फ़िल्म ‘जुदाई’ के बाद से श्रीदेवी 15 सालों के लिए फ़िल्मों से ग़ायब हो गईं. उन्होंने 2012 में फ़िल्म इंग्लिश-विंगलिश से वापसी की. उनकी ये फिल्म भी सुपरहिट साबित हुई.</p><p>साल 2017 में उन्होंने अपनी 300वीं और आखिरी फिल्म ‘मॉम’ की. फ़िल्मों को उनके योगदान के लिए उन्हें पद्मश्री से नवाज़ा गया था.</p><p><em>इसके अलावा: </em></p><p><strong>सर्वश्रेष्ठ अदाकार</strong>: ऋद्धि सेन (फिल्म नगरकिर्तन के लिए)</p><p><strong>सर्वश्रेष्ठ</strong><strong> फीचर</strong><strong> फिल्म</strong> : विलेज रॉकस्टार्स (असमी)</p><p><strong>सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म</strong> : न्यूटन</p><p><strong>स्पेशल मेंशन अवॉर्ड</strong><strong>: </strong>पंकज त्रिपाठी, न्यूटन के लिए</p><p><strong>बेस्ट कोरियोग्राफी</strong> : फिल्म ‘टॉयलेट एक प्रेम कथा’ के गाने ‘गोरी तू लट्ठ मार’ के लिए गणेश आचार्य</p><p><strong>बेस्ट बैकग्राउंड स्कोर </strong>: दिवंगत अभिनेत्री श्रीदेवी की फिल्म ‘मॉम’ के लिए ए आर रहमान</p><p><strong>बेस्ट एक्शन डायरेक्शन</strong> : बाहुबली 2</p><p><strong>नेशनल अवार्ड, सिनेमा पर सर्वश्रेष्ठ आलोचक</strong> : गिरिधर झा</p><p><strong>बेस्ट सिंगर मेल</strong> : येशुदास</p><p><strong>फीचर फ़िल्म सर्वश्रेष्ठ असमि</strong><strong>या</strong><strong> फिल्म</strong>: इशू </p><p><strong>सर्वश्रेष्ठ बांग्ला फिल्म</strong>: मयूरक्षी </p><p><strong>सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय फिल्म</strong><strong>: </strong>बाहुबली: द कनक्लूज़न</p><p><strong>सर्वश्रेष्ठ लद्दा</strong><strong>खी</strong><strong> फिल्म</strong> : वॉकिंग विद द विंड </p><p><strong>सर्वश्रेष्ठ मराठी फिल्म</strong>: काचा लिम्बु </p><p><strong>सर्वश्रेष्ठ </strong><strong>उड़िया </strong><strong>फिल्म</strong>: हैलो आर्सी </p><p><strong>सर्वश्रेष्ठ टुलु फिल्म</strong><strong>:</strong>पद्दई</p><p>सभी विजेताओं को 3 मई को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद राष्ट्रीय पुरस्कार सम्मान से सम्मानित करेंगे.</p><p><strong>(बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप </strong><a href="https://play.google.com/store/apps/details?id=uk.co.bbc.hindi">यहां</a><strong> क्लिक कर सकते हैं.</strong><strong>आप हमें</strong><a href="https://www.facebook.com/bbchindi"> फ़ेसबुक</a><strong> और </strong><a href="https://twitter.com/BBCHindi">ट्विटर</a><strong> पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)</strong></p>