वाशिंगटन : अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने सीरिया पर हमला कर दिया है. हमला राजधानी दमिश्क और उसके आस-पास के होम्स जैसे शहरों पर किया गया है. इस हमले के बाद सीरिया के सहयोगी देश रूस ने अमेरिका को परिणाम भुगतने की चेतावनी दी है. रूस ने कहा है कि सीरिया के ऊपर 100 से ज़्यादा मिसाइलें दागी गईं, इनमें से काफी मिसाइलों को मार गिराया गया. हमले में रूसी ठिकानों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा. उसने कहा कि सीरिया पर यह हमला तब किया गया जब इस देश के पास शांतिमय भविष्य की उम्मीद थी.
सीरिया पर अमेरिका ने बरसाईं मिसाइलें, रूस ने तरेरी आंख
संदिग्ध रासायनिक हमले के जवाब में बशर अल असद सरकार के खिलाफ अमेरिका के नेतृत्व वाले हमलों के बाद परिणाम भुगतने की चेतावनी दी है. अमेरिका में रूस के राजदूत एनातोली एंतोनोव ने एक बयान में कहा कि एक बार फिर , हमें धमकाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हम आगाह करते हैं कि ऐसी कार्रवाई को बिना परिणाम भुगते नहीं छोड़ा जाएगा. इसकी सारी जिम्मेदारी अमेरिका , ब्रिटेन और फ्रांस पर है. रूस के राष्ट्रपति का अपमान करना अस्वीकार्य और अमान्य है.
इस बीच , मॉस्को में रूस के विदेश मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि सीरिया पर पश्चिमी देशों के हमले ऐसे समय में हुए हैं जब देश के पास ‘‘ शांतिपूर्ण भविष्य का मौका ‘ था. विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने फेसबुक पर लिखा , ‘‘ इन सबके पीछे जिम्मेदार लोग दुनिया में नैतिक नेतृत्व का दावा करते हैं और यह ऐलान करते हैं कि वे कुछ अलग हैं. आपको उस समय सीरिया की राजधानी पर हमले करने के लिए वास्तव में अलग होने की जरुरत है जब उसके पास शांतिपूर्ण भविष्य का मौका था.’
इस्राइल ने सीरिया पर किये गये अमेरिका और उसके सहयोगियों के हमले को जायज़ ठहराया है. वहीं फ्रांस के एक मंत्री ने कहा है कि फ्रांस ‘तत्काल प्रभाव’ से सीरिया में फिर से राजनीतिक प्रक्रिया शुरू करना चाहता है. सीरिया पर हुए हमले पर ईरान ने चेतावनी दी है कि सीरिया के आस-पास के क्षेत्रों में इसके गंभीर परिणाम होंगे.