दमिश्क : अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने कथित रसायनिक हथियार हमलों के जवाब में सीरियाई सरकार के खिलाफ शनिवार को तड़के कई हवाई हमले किये. विस्फोटों से सीरिया दहल गया और आसमान में घना धुआं उठता देखा गया. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले सप्ताह किये गये कथित गैस हमले को ‘दानवी अपराध’ करार देते हुए व्हाइट हाउस में एक संबोधन में राष्ट्रपति बशर अल असद सरकार के खिलाफ कार्रवाई की घोषणा की. ट्रंप ने दमिश्क के सहयोगी रूस के कड़ी चेतावनी के बावजूद कार्रवाई की बात कही.
घोषणा के कुछ मिनट बाद शहर में मौजूद एएफपी के एक संवाददाता ने लगातार कई विस्फोटों की आवाज सुनी और बाशिंदे अपनी बालकनी की ओर दौड़े. जिसके बाद 45 मिनट तक विस्फोटों और विमानों की आवाज आयी. राजधानी के कई भागों से घना धुआं उठता देखा गया. पश्चिमी देशों के अधिकारियों ने कहा कि सीरियाई सरकार के खिलाफ अब तक के सबसे बड़ी विदेशी सैन्य कार्रवाई में क्रूज और हवा से जमीन पर मारक क्षमता वाली मिसाइलों से हमला किया गया.
उन्होंने कहा कि जिन जगहों पर हमला किया गया वे रसायनिक हथियार विकास से जुड़े स्थल हैं. अमेरिकी सेना ने कहा कि जिन जगहों पर निशाना साधा गया उनमें दमिश्क इलाके में एक वैज्ञानिक अनुसंधान केंद्र, होम्स शहर के पश्चिम में स्थित एक रसायनिक हथियार भंडारण केंद्र और होम्स के पास वह जगह शामिल है जहां एक कमान पोस्ट तथा रसायनिक हथियार उपकरण भंडारण केंद्र दोनों थे. आज जिन केंद्रो पर निशाना बनाया गया उनके बारे में कहा जा रहा है कि उन्हें हाल के दिनों में खाली कराया गया था.
सीरिया सरकारी मीडिया ने खबर दी कि केवल तीन लोग घायल हुए जबकि रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि सीरियाई नागरिकों तथा सैन्यकर्मियों में से कोई ‘हताहत’ नहीं है. अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस द्वारा सीरियाई शासन के खिलाफ ‘बेहतरीन ढंग से’ किये गये हमलों की प्रशंसा की और घोषणा की, ‘मिशन पूरा हो गया है.’ हमले के बाद पहली प्रतिक्रिया में ट्रंप ने ट्वीट किया, ‘कल रात बेहतरीन ढंग से हमला किया गया. फ्रांस और ब्रिटेन को उनकी बुद्धिमत्ता तथा उनकी शानदार सेना की शक्ति को धन्यवाद.’
उन्होंने कहा, ‘परिणाम इससे बेहतर नहीं हो सकते थे. मिशन पूरा हुआ.’ ट्रंप ने कहा कि ये हमले विद्रोहियों के कब्जे वाले डाउमा में सात अप्रैल को हुए कथित रसायनिक हमले का सीधा जवाब हैं. माना जा रहा है कि इस रसायनिक हमले में 40 से अधिक लोगो की मौत हुई थी. अमेरिकी रक्षा मंत्री जिम मैटिस ने हमलों को ‘एक बार का हमला’ बताया और कहा कि फिलहाल अतिरिक्त सैन्य कार्रवाई की कोई योजना नहीं है. रसायनिक हथियारों के प्रयोग से इंकार करने वाले और अपने प्रतिद्वंद्वियों को ‘आतंकवादी’ कहकर उनकी निंदा करने वाले असद ने हमलों पर बागी सुर अपनाये.
उन्होंने कहा, ‘यह आक्रामकता सीरिया और इसके लोगों को देश में हर जगह आतंकवाद से लड़ने तथा आतंकवाद को कुचलने के लिए और प्रतिबद्ध बनायेगी.’ रूस ने हमलों को ‘आक्रामकता वाली कार्रवाई’ बताकर इनकी निंदा की और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के आपातकालीन सत्र की बैठक बुलायी. असद के अन्य सहयोगी ईरान ने भी हमले की निंदा की और इसके शीर्ष नेता अयातुल्लाह अली खमैनी ने पश्चिमी नेताओं को ‘अपराधी’ करार दिया.
चीन ने इस हमले का विरोध किया है जबकि तुर्की ने इस हमले का स्वागत किया है. मध्य दमिश्क की एक रैली में 48 साल के नेधर हम्मौद ने अमेरिकी मिसाइलों को ‘मार गिराते’ देखने का दावा किया.