स्टॉकहोम : दो देशों की अपनी पांच दिवसीय यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार की देर रात स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम पहुंचे, जहां प्रधानमंत्री स्टेफान लोफवेन ने प्रोटोकॉल तोड़कर हवाई अड्डे पर भारतीय प्रधानमंत्री का भव्य स्वागत किया. हवाई अड्डे से दोनों देशों के नेताओं ने एक ही गाड़ी में उस होटल तक सफर किया जिसमें नरेंद्र मोदी के ठहरने की व्यवस्था की गयी थी.
अपनी इस यात्रा के दौरान आज पीएम मोदी ने कार्ल XVI गुस्ताफ ( स्वीडन के राजा ) से मुलाकात की.
आपको बता दें कि नरेंद्र मोदी की इस यात्रा का अपना ऐतिहासिक महत्व भी है क्योंकि बीते तीन दशक के दौरान किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली स्वीडन यात्रा है. इससे पहले 1988 में तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी स्वीडन की यात्रा की थी. अपनी इस यात्रा के पूर्व नरेंद्र मोदी ने स्वीडन को भारत का दोस्त और विकास कार्यक्रमों का साझेदार बताया.
भारतीय प्रधानमंत्री की इस यात्रा से दोनों देशों के बीच विकास कार्यक्रमों में मजबूती मिलने की उम्मीद जतायी जा रही है. नरेंद्र मोदी और स्टेफान लोफवेन के बीच आज व्यापार और निवेश के अलावा द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने पर भी चर्चा होगी. यही नहीं नरेंद्र मोदी आज नॉर्डिक सम्मेलन में भी शिरकत करेंगे. गौर हो कि स्वीडन, नॉर्वे, फिनलैंड, डेनमार्क और आइसलैंड देशों को सामूहिक रूप से नॉर्डिक देश कहा जाता है. इन देशों के साथ भारत के संबंधों को मजबूत करने के लिहाज से भी इस सम्मेलन को बड़े अवसर के तौर पर लोग देख रहे हैं.
इन कार्यक्रमों में शिरकत करने के बाद आज ही रात को नरेंद्र मोदी लंदन के लिए रवाना हो जांएगे. लंदन में उन्हें राष्ट्रमंडल देशों के प्रमुखों के सम्मेलन में हिस्सा लेना है. इस यात्रा के दौरान ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे से भी उनकी द्विपक्षीय वार्ता होगी. लंदन से लौटते हुए वे कुछ समय के लिए बर्लिन में ठहरकर चांसलर अंगेला मेर्कल से भी मुलाकात करेंगे.