सुषमा स्वराज ने चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग पी से मुलाकात

बीजिंग : भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की. पड़ोसी देश से रिश्ते सुधारने की कवायद को आगे बढ़ाने के लिए सुषमा स्वराज चीन पहुंची है . बता दें कि पड़ोसी देश से रिश्ते सुधारने की कवायद को आगे बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 27 अप्रैल को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 23, 2018 5:47 PM

बीजिंग : भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की. पड़ोसी देश से रिश्ते सुधारने की कवायद को आगे बढ़ाने के लिए सुषमा स्वराज चीन पहुंची है . बता दें कि पड़ोसी देश से रिश्ते सुधारने की कवायद को आगे बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 27 अप्रैल को चीन जाएंगे.

शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के विदेश मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेने सुषमा स्वराज चार दिन के दौरे पर चीन पहुंची हैं. सुषमा स्वराज ने इससे पहले चीन के वांग से मुलाकात की.मुलाकात के दौरान सुषमा ने वांग को स्टेट काउंसलर बनाने तथा भारत चीन सीमा वार्ताओं के लिए विशेष प्रतिनिधि नियुक्त किए जाने पर बधाई दी. उन्होंने कहा, हम भारत-चीन सहयोग को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए चीनी नेतृत्व के साथ मिलकर काम करेंगे.

वूहान शहर में मिलेंगे मोदी और चीनी राष्ट्रपति

चीन ने आज इस बात को खारिज कर दिया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बीच इसी सप्ताह होने वाले अनौपचारिक सम्मेलन की मेजबानी वूहान शहर में होने का कोई राजनीतिक महत्व है. इसके साथ ही चीन ने कहा कि इसका फैसला दोनों देशों के बीच विचार विमर्श के बाद किया है. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग से सवाल किया गया कि 27-28 अप्रैल को होने वाली मुलाकात के लिए वूहान शहर को क्यों चुना गया.
लू ने कहा , ‘‘ मुझे नहीं मालूम कि इस सवाल में आपकी इतनी रूचि क्यों है. ‘ इसके पहले दोनों नेताओं की मुलाकात शी के गृह नगर शियान में हुई थी. शियान एक ऐतिहासिक शहर है और भारत – चीन संबंधों में यह करीब से जुड़ा रहा है। लू ने संवाददाताओं से कहा कि दोनों नेताओं के बीच अनौपचारिक मुलाकात के लिए तैयारियां दोनों देशों के बीच विचार विमर्श के बाद पूरी की गयीं. वूहान मध्य चीन के हुबेई प्रान्त में स्थित है.
यह शहर यांग्त्जी और हान नदियों के बीच स्थित है तथा मध्य चीन में सबसे ज्यादा आबादी वाला राज्य है. कई झीलों और पार्कों वाले इस शहर में चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के संस्थापक माओत्से तुंग की प्रसिद्ध कोठी भी है जहां उन्होंने कई विदेशी नेताओं की मेजबानी की थी.वूहान में कोई सम्मेलन 64 वर्षीय शी के लिए राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि उन्हें माओ के बाद दूसरा सबसे शक्तिशाली नेता कहा जाता है.
शी ने पांच साल का अपना दूसरा कार्यकाल पिछले महीने शुरू किया था. उनके लंबे समय तक सत्ता में बने रहने की उम्मीद है क्योंकि संसद ने राष्ट्रपति के लिए दो कार्यकाल की सीमा को हटा दिया है. उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों ने इस बैठक को आयोजित करने के लिए समान सहमति साझा की है ताकि यह चीन – भारत संबंधों को आगे बढ़ाने में मदद दे सके.

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