नरेंद्र मोदी की ऐतिहासिक मंगोलिया यात्रा के बाद अब सुषमा स्वराज पहुंचीं, किये कई समझौते
उलानबातर : भारत और मंगोलिया ने आज बुनियादी ढांचे के विकास , ऊर्जा , सेवाओं और सूचना प्रौद्योगिकी ( आईटी ) जैसे क्षेत्रों में आर्थिक सहयोग पर चर्चा की. इसके अलावा दोनों देशों ने नयी दिल्ली से मंगोलिया की राजधानी उलानबातर तक सीधी हवाई सेवा शुरू करने की संभावनाएं तलाशने पर भी सहमति जतायी. विदेश […]
स्वराज ने कहा कि भारत , मंगोलिया को पूर्वी एशिया में स्थिरता लाने वाले कारक के रूप में देख रहा है और उसका मानना है कि इस क्षेत्र में शांति और समृद्धि लाने के लिए मंगोलिया का सामाजिक एवं आर्थिक विकास महत्वपूर्ण है. संयुक्त समिति की बैठक के दौरान दोनों देशों ने वैश्विक चुनौतियों खासकर आतंकवाद से निपटने पर चर्चा की और आंतकवादी संगठनों को समर्थन देने वालों को रोकने के लिए द्विपक्षीय एवं अंतरराष्ट्रीय सहयोग पर सहमति जतायी. दोनों पक्षों ने मंगोलिया में रिफाइनरी परियोजना समेत आपसी सहयोग वाली मौजूदा परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की.
स्वराज ने कहा , ‘ हमने अधिकारियों को इन परियोजनाओं में तेजी लाने का निर्देश दिया है. आज भारत दुनिया की तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्थाओं में से एक है. अपने प्राकृतिक संसाधनों और विकास की मजबूत आकांक्षा के बल पर मंगोलिया भी भारत की वृद्धि में महत्वपूर्ण भागीदार साबित हो सकता है. स्वराज रविवार को मंगोलिया की दो दिवसीय यात्रा पर पहुंची हैं. वह 42 साल में मंगोलिया की यात्रा पर आने वाली पहली भारतीय विदेश मंत्री हैं. स्वराज ने कहा कि भारत और मंगोलिया की साझेदारी छह दशक पुरानी है और दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध मजबूत हुए हैं.
यह हमारी व्यापक एवं गहन रणनीतिक भागीदारी में दिखाई देता है. उन्होंने कहा कि 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘ ऐतिहासिक यात्रा ’ ने द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाया है. उन्होंने मंगोलियाई कारोबारी समुदाय का आह्वान किया कि वे भारत के विकास से उत्पन्न होने वाले आर्थिक अवसरों का लाभ उठायें. दोनों देशों के विदेश मंत्रियों ने बैठक के दौरान बुनियादी ढांचे के विकास , ऊर्जा , सेवाओं और सूचना प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में आर्थिक सहयोग पर चर्चा की. स्वराज ने कहा कि हम मंगोलिया के लोगों के लिए क्षमता निर्माण कार्यक्रमों के लिए प्रतिबद्ध हैं. इसमें आईटी और अंग्रेजी भाषा का प्रशिक्षण शामिल है.
उन्होंने कहा , ‘ हम मंगोलिया के छात्रों को भारतीय कला , संगीत और संस्कृति में शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं जो हमारे सांस्कृतिक संबंधों को और सुदृढ़ बनाएगा. दोनों पक्ष व्यापार , पर्यटन एवं लोगों के बीच सहयोग बढ़ाने के लिए सांस्थानिक और तार्किक बाधाओं को दूर करने के लिए राजी हुए हैं. इस संबंध में दोनों देशों की राजधानियों के बीच सीधी हवाई सेवा शुरू करने की संभावनाएं तलाशने पर भी रजामंदी बनी है. सुषमा ने बाद में मंगोलिया की संसद स्टेट ग्रेट खुरल के स्पीकर एम इंखबोल्द से बातचीत की और दोनों देशों की संसद के बीच सहयोग पर चर्चा की. साथ ही उन्होंने मंगोलियाई मंत्री और कैबिनेट सचिवालय के अध्यक्ष गोंबोजव जंदनशतर से मुलाकात की और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ाने के कदमों पर चर्चा की.