सोल : प्योंगयोंग की सरकारी मीडिया ने शनिवार को कहा कि उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन और दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून जेई इन के बीच हुई अंतर कोरियाई ‘ऐतिहासिक’ शिखर वार्ता ने एक नये युग के लिए मार्ग प्रशस्त किया है.
उत्तर कोरिया की आधिकारिक समाचार एजेंसी ‘केसीएनए’ ने कहा ‘ऐतिहासिक वार्ता ने राष्ट्रीय सुलह, एकता , शांति एवं समृद्धि के एक नये युग की शुरुआत की है.’ दस्तावेजों में दोनों नेताओं ने इस बात की पुष्टि की कि ‘परमाणु मुक्त कोरियाई प्रायद्वीप का साझा लक्ष्य पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण के जरिये ही पूरा हो सकता है.’ प्योंगयांग कई वर्षों से इस बात पर जोर देता रहा है कि वह परमाणु हथियारों का अपना ‘खजाना’ नहीं छोड़ेगा. उसका कहना है कि उसे अमेरिकी आक्रमण से निपटने के लिए इसकी आवश्यकता है. दक्षिण कोरिया के अनुसार सुरक्षा की गारंटी देने पर वह इस पर बातचीत को तैयार है. हालांकि, किम ने शुक्रवार को हुई शिखर वार्ता में सार्वजनिक तौर पर इसका कोई जिक्र नहीं किया.
कोरिया युद्ध के बाद कोरियाई देशों को बांटनेवाली सैन्य सीमा पार कर दक्षिण जानेवाले किम पहले नेता हैं. शिखर वार्ता के लिए पनमुंजम की युद्धविराम संधि के अधीन आनेवाले गांव के दक्षिणी किनारे पर स्थित ‘पीस हाउस बिल्डिंग’ में दाखिल होने से पहले किम के आमंत्रण पर दोनों नेता एक साथ उत्तर कोरिया में दाखिल हुए थे. अक्सर अपने परमाणु परीक्षणों और धमकियों से सुर्खियों में रहनेवाले किम ने घोषणा की कि ‘मैं यहां टकराव के इतिहास को खत्म करने आया हूं.
सीमा रेखा के पास हुई इस बैठक पर पूरी दुनिया की नजरें थीं क्योंकि यहीं से अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप और किम जोंग उन के बीच मुलाकात का माहौल तैयार होता. बैठक को दक्षिण कोरिया में तो लाइव दिखाया गया, लेकिन उत्तर कोरिया के लोग इसे लाइव नहीं देख सके. किम ने यहां हल्के-फुल्के मूड में कहा, मैंने सुना था कि कई बार मेरे कारण आपकी सुबह की नींद खराब हुई और आपको राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक बुलानी पड़ी. अब तो सुबह जल्दी उठने की आपकी आदत पड़ गयी होगी. मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि अब आपकी सुबह की नींद खराब नहीं होगी. सूत्रों के अनुसार, दोनों नेता कोरियाई प्रायद्वीप से सभी परमाणु हथियारों को हटाने के लिए काम करेंगे और अमेरिका के साथ बात कर आधिकारिक रूप से कोरिया युद्ध की समाप्ति की घोषणा करेंगे. दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ने कहा कि मैं आपसे मिलकर खुश हूं.
किम और मून जेई ने पनमुंजोम घोषणा पर हस्ताक्षर करने के बाद एक दूसरे को गले लगा लिया. उन्होंने सहमति जतायी कि वे कोरियाई युद्ध के स्थायी समाधान की दिशा में प्रयास करेंगे और इसके सैन्य हल के बजाय शांतिपूर्ण संधि से इसे खत्म करने की दिशा में पहल की जायेगी. जेई अब प्योंगयोंग का दौरा करेंगे. दोनों नेताओं ने ‘नियमित बैठकें और सीधे फोन पर वार्ता’ करने पर भी सहमति जतायी. वैश्विक नेताओं ने भी किम और मून की बैठक को ऐतिहासिक बताते हुए इसकी सराहना की है. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेस ने बैठक को सराहा. अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने कहा कि इस प्रायद्वीप में अच्छी चीजें हो रही हैं. चीन के विदेश मंत्रालय ने दोनों नेताओं की सराहना करते हुए कहा कि सम्मेलन से इस प्रायद्वीप में दीर्घकालिक स्थिरता के नये दौर की शुरुआत का रास्ता खुला है.