काबुल : अफगानिस्तान के काबुल में सोमवार की सुबह इस्लामिक स्टेट की ओर से किये गये सीरियल फिदायीन हमलों में 10 पत्रकार और 11 बच्चे समेत कम से कम 37 लोगों की मौत हो गयी. पुलिस ने बताया कि इसमें बीबीसी के एक संवाददाता, एएफपी का एक फोटोग्राफर और स्थानीय टीवी चैनल का कैमरामैन सहित अन्य लोग शामिल है. काबुल पुलिस प्रवक्ता हशमत स्तानकजई ने बताया कि दोहरे आत्मघाती हमले में कम से कम 45 लोग घायल हो गये. मरने वालों में चार पुलिसकर्मी भी शामिल हैं.
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उधर , प्रांतीय पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि अफगानिस्तान के दक्षिणी प्रांत के कंधार में बम लदी कार के जरिये किये गये आत्मघाती हमले में कम से कम 11 बच्चों की मौत हो गयी. एक बयान में आईएस समर्थित वेबसाइट में इस्लामिक स्टेट समूह ने काबुल में हुए दोनों हमलों की जिम्मेदारी ली है. यह आत्मघाती हमला मध्य शास डराक क्षेत्र में हुआ. यहां नाटो के मुख्यालय सहित कई दूतावास हैं. साथ ही, अफगान खुफिया सेवा का कार्यालय हैं.
स्तानकजई ने बताया कि पहला आत्मघाती हमलावर मोटर बाईक पर सवार होकर आया था. दूसरा विस्फोट उन लोगों पर किया गया था, जो पहले हमले के बाद विस्फोट स्थल पर एकत्र हुए थे. उन्होंने बताया कि दूसरा हमलावर पैदल आया था. पहले हमले के बाद घटना की रिपोर्टिंग करने आये संवाददाताओं की भीड़ में उसने भी खुद के पत्रकार होने का दिखावा किया था. पत्रकारों के बीच ही उसने विस्फोट से खुद को उड़ा लिया.
प्रवक्ता ने बताया कि निश्चित रूप से वह पत्रकारों को निशाना बनाने के लिए आया था. एएफपी ने बताया कि समाचार एजेंसी के मुख्य फोटोग्राफर शाह मरई की विस्फोट में मौत हो गयी. अफगान पत्रकार सुरक्षा समिति ने कहा कि आठ अफगान पत्रकार मारे गये और छह घायल हो गये. उनका समूह पत्रकारों पर हुए सभी हमलों की कड़े शब्दों में निंदा करता है. समिति के एक अधिकारी सैदयकुल्लाह तवीदी ने कहा कि स्थानीय टोलो न्यूज के कैमरामैन की मौत हो गयी.
वहीं, काबुल में सीरियल विस्फोट के कुछ घंटे बाद बीबीसी ने कहा कि पूर्वी अफगानिस्तान में सोमवार को उसका एक संवाददाता मारा गया. आज हुए विस्फोट 2001 में तालिबान के पतन के बाद से इस संघर्ष प्रभावित देश में पत्रकारों के लिए सबसे घातक रहे. बीबीसी वर्ल्ड सर्विस के निदेशक जेम्स आंगस ने एक बयान में कहा कि बड़े दुख के साथ बीबीसी आज हुए एक हमले के बाद अपने अफगान संवाददाता अहमद शाह की मौत की पुष्टि करता है. पुलिस अधिकारी जान आगा ने बताया कि दूसरे विस्फोट में मरने वाले सभी पत्रकार थे, जिसमें दो पुलिसकर्मी घायल हो गये थे.
अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी ने इन हमलों की कड़े शब्दों में निंदा की है. राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी बयान में कहा गया कि निर्दोष नागरिकों, मस्जिदों के अंदर मौजूद लोगों, राष्ट्रीय और लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं, पत्रकारों और भाषण की स्वतंत्रता को लक्षित सभी हमले अपराध हैं. अमेरिकी दूतावास ने काबुल में हुए बम विस्फोट की निंदा की है और आतंकवाद के खिलाफ अफगान लोगों और गनी सरकार के प्रति सहयोग को दोहराया है.
काबुल के पुलिस प्रमुख दाऊद अमीन ने बताया कि तुरंत प्रभावित क्षेत्र को सील कर दिया गया है और अधिकारी जांच कर रहे हैं. वजीर अकबर खान अस्पताल के निदेशक मोहम्मद मुसा जहीर ने बताया कि विस्फोट में घायल कई लोगों का इलाज किया जा रहा है.