जनकपुर-अयोध्या के बीच सीधी बस सेवा शुरू, मोदी-ओली ने दिखायी हरी झंडी

जनकपुर (नेपाल) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके नेपाली समकक्ष केपी शर्मा ओली ने नेपाल और भारत में तीर्थाटन को बढ़ावा देने के लिए शुक्रवार को साथ मिलकर हिंदुओं के दो पावन स्थलों जनकपुर और अयोध्या के बीच सीधी बस सेवा का उद्घाटन किया. मोदी ने इस बस सेवा का उद्घाटन करते हुए कहा, ‘जनकपुर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 11, 2018 9:13 PM
जनकपुर (नेपाल) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके नेपाली समकक्ष केपी शर्मा ओली ने नेपाल और भारत में तीर्थाटन को बढ़ावा देने के लिए शुक्रवार को साथ मिलकर हिंदुओं के दो पावन स्थलों जनकपुर और अयोध्या के बीच सीधी बस सेवा का उद्घाटन किया.
मोदी ने इस बस सेवा का उद्घाटन करते हुए कहा, ‘जनकपुर और अयोध्या जोड़े जा रहे हैं. यह एक ऐतिहासिक पल है.’ यह बस सेवा भगवान राम के जन्मस्थल अयोध्या और देवी सीता के जन्मस्थल जनकपुर को आपस में जोड़ेगी. मोदी ने 20वीं सदी के प्रसिद्ध जानकी मंदिर में पहुंचने और पूजा-अर्चना करने के उपरांत इस बस सेवा का शुभारंभ किया. भारत सरकार ने रामायण सर्किट परियोजना के तहत विकास के लिए 15 स्थलों अयोध्या, नंदीग्राम, शृंगवेरपुर और चित्रकूट (उत्तर प्रदेश), सीतामढ़ी, बक्सर, दरभंगा (बिहार), चित्रकूट (मध्यप्रदेश), महेंद्रगिरि (ओड़िशा), जगदलपुर (छत्तीसगढ़), नासिक और नागपुर (महाराष्ट्र), भद्रचलम (तेलंगाना), हंपी (कर्नाटक) और रामेश्वरम (तमिलनाडु) का चयन किया है.
नेपाल के प्रधानमंत्री ओली ने मंदिर परिसर में मोदी के पहुंचने पर उनका स्वागत किया. मोदी ने कहा, ‘जनकपुर आकर मैं बहुत खुश हूं. मैं राजा जनक और माता जानकी के प्रति अपना सम्मान प्रकट करने के लिए यहां आया हूं. मैं जनकपुर की इस यात्रा के दौरान साथ देने के लिए नेपाल के प्रधानमंत्री श्री ओली को धन्यवाद देता हूं.’ मोदी का स्वागत करने के लिए जानकी मंदिर परिसर में हजारों लोग पहुंचे थे. जानकी मंदिर बहुत सुंदर लग रहा था. उसकी विशेष साफ-सफाई की गयी थी और रोशनी से सजाया गया था. मोदी ने जनसमुदाय से कहा, ‘नेपाल के लोगों के मन में भारत के लोगों के प्रति जो स्नेह है, वह आज के स्वागत से झलकता है.’
जनकपुर भगवान राम की पत्नी देवी सीता के जन्मस्थान के रूप में जाना जाता है. जानकी मंदिर का निर्माण 1910 में सीता की स्मृति में किया गया था. यह तीन मंजिला मंदिर पूरी तरह पत्थर से बना हुआ है और 4860 वर्गफुट क्षेत्र में फैला हुआ है. जनकपुर में हवाई अड्डे पर मोदी के पहुंचने पर नेपाल के रक्षा मंत्री इश्वर पोखरेल और द्वितीय प्रांत के मुख्यमंत्री लालबाबू राउत ने उनकी अगवानी की. यह प्रधानमंत्री मोदी की नेपाल की तीसरी और इस साल नेपाल में नयी सरकार के गठन के बाद से भारत से पहली उच्च स्तरीय यात्रा है.

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