IPL 2018 : करो या मरो मुकाबले में किंग्स इलेवन से भिड़ेगा केकेआर

इंदौर : पिछले मैच में मुंबई इंडियंस के हाथों हार से आहत कोलकाता नाइटराइडर्स आइपीएल मैच में शनिवार को यहां किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ करो या मरो मैच में फिर से एकजुट प्रदर्शन करने की कोशिश करेगा. अगर पिछले मैच में कोई टीम 102 रन के बड़े अंतर से पराजित हुई हो, तो उसके […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 12, 2018 5:58 AM
इंदौर : पिछले मैच में मुंबई इंडियंस के हाथों हार से आहत कोलकाता नाइटराइडर्स आइपीएल मैच में शनिवार को यहां किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ करो या मरो मैच में फिर से एकजुट प्रदर्शन करने की कोशिश करेगा. अगर पिछले मैच में कोई टीम 102 रन के बड़े अंतर से पराजित हुई हो, तो उसके खिलाफ वापसी करना आसान नहीं होता है, लेकिन केकेआर अब किसी भी तरह की ढिलायी बरतने की स्थिति में नहीं है और उसका मुकाबला ऐसी टीम से है जिसकी बल्लेबाजी काफी मजबूत है.
केकेआर के अभी 11 मैचों में दस अंक हैं और अगर दिनेश कार्तिक और उनकी टीम प्लेऑफ में पहुंचने की उम्मीद बरकरार रखना चाहती है, तो उसे कल का मैच हर हाल में जीतना होगा. पंजाब की टीम के लिए राजस्थान राॅयल्स के खिलाफ 15 रन की हार मुश्किलें लेकर भी आयी. इसके बाद फ्रेंचाइजी की सहमालकिन प्रीति जिंटा और क्रिकेट निदेशक वीरेंद्र सहवाग के बीच मतभेदों की खबर सामने आयी, जिसका फ्रेंचाइजी ने आधिकारिक बयान जारी करके खंडन किया है. किंग्स इलेवन के अभी 10 मैचों में 12 अंक हैं तथा एक जीत से वे प्लेऑफ के करीब पहुंच जायेंगे, लेकिन हार से उसके लिए आगे की राह कठिन हो जायेगी.
किंग्स इलेवन की तरफ से केएल राहुल (दस मैचों में 471 रन) के लिए यह सत्र शानदार रहा है, जबकि क्रिस गेल (सात मैचों में 311 रन ) ने भी कुछ मैचों में अच्छी फॉर्म दिखायी है, लेकिन उसके अन्य बल्लेबाज पर्याप्त सहयोग नहीं दे पाये हैं जो उसके लिए चिंता का विषय है. करूण नायर (दस मैचों में 243 रन) ने अपनी भूमिका अच्छी तरह से निभायी, लेकिन मयंक अग्रवाल (नौ मैचों में 118 रन) ने सबसे अधिक निराश किया है. अग्रवाल ने घरेलू सत्र में ढेर सारे रन बटोरने के बाद आइपीएल में कदम रखा था. अनुभवी युवराज सिंह सात मैचों में 64 रन ही बना पाये, जिससे टीम प्रबंधन ने उन्हें अंतिम एकादश से बाहर कर दिया. उनका स्थान लेनेवाले मनोज तिवारी भी अभी तक नहीं चल पाये हैं. केकेआर को दूसरी तरफ अपने टीम चयन को लेकर अपने कुछ अजीबो गरीब फैसलों के कारण हार झेलनी पड़ी.
रिंकू सिंह को चार मैचों में मौका दिया गया लेकिन उत्तर प्रदेश का यह बल्लेबाज इसका फायदा नहीं उठा पाया. नितीश राणा (240 रन ) की शाॅर्ट पिच गेंदों के सामने कमजोरी खुलकर सामने आयी है. गेंदबाजों में स्पिनर पीयूष चावला और कुलदीप यादव के काफी महंगा साबित होने के कारण केकेआर को नुकसान उठाना पड़ा. केकेआर को उम्मीद रहेगी शुभमान गिल और शिवम मावी कल के मैच तक फिट हो जायेंगे. केकेआर की अन्य समस्या सीनियर खिलाड़ियों क्रिस लिन और रोबिन उथप्पा का निरंतर एक जैसा प्रदर्शन नहीं कर पाना भी है. सुनील नारायण (13 विकेट और 202 रन ) ने अपना प्रभाव छोड़ा है लेकिन आंद्रे रसेल शुरूआती मैचों के बाद अपने सर्वश्रेष्ठ के करीब नहीं हैं.

Next Article

Exit mobile version