वाराणसी पुल हादसा: जो बातें अभी तक मालूम हैं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में एक निर्माणाधीन पुल का एक हिस्सा गिरने से 18 लोगों की मौत हो गई है. प्रधान सचिन (सूचना) अवनीश अवस्थी ने मरने वालों की संख्या की पुष्टि की है. यह हादसा वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन के पास हुई. ये निर्माणाधीन पुल वाराणसी कैंट से लहरतारा के बीच […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 16, 2018 8:01 AM

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में एक निर्माणाधीन पुल का एक हिस्सा गिरने से 18 लोगों की मौत हो गई है.

प्रधान सचिन (सूचना) अवनीश अवस्थी ने मरने वालों की संख्या की पुष्टि की है. यह हादसा वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन के पास हुई.

ये निर्माणाधीन पुल वाराणसी कैंट से लहरतारा के बीच बन रहा है. घटनास्थल से मिल रही तस्वीरों से हादसे की भयावहता का अंदाज़ा लगाया जा सकता है.

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक़ पुल का गार्डर उस समय गिरा जिस समय पुल के नीचे ट्रैफिक जाम था. गिरते ही इस गार्डर की चपेट में कई कारें और दुपहिया वाहन आ गए.

पुल के बारे में जो बातें मालूम हैं…

वाराणसी के स्थानीय पत्रकार अभिषेक ने बताया, "ये दुर्घटना जीटी रोड पर कमलापति त्रिपाठी इंटरकॉलेज के सामने घटी है. घटनास्‍थल पर कई गाड़ियां, जिनमें बस, कई कारें और लगभग आधा दर्जन से ज्‍यादा मोटरसाइकिलें भारी भरकम गार्डर के नीचे दबी हुई हैं."

"वाराणसी जिला प्रशासन और पुलिस विभाग के आला अधिकारी घटनास्‍थल पर पहुंच गए हैं. रेस्‍क्‍यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है."

उन्होंने इस पुल के बारे में कुछ जानकारी दी है.

  • 1 अक्टूबर 2015 में हुआ था चौकाघाट-लहरतारा फ्लाईओवर के विस्तारीकरण का शिलान्यास.
  • 1710 मीटर होना है फ्लाईओवर निर्माण.
  • 30 महीने में पूरा होना था काम.
  • 77.41 करोड़ है प्रोजेक्ट की लागत.
  • 63 पिलर बनने हैं फ्लाईओवर विस्तारीकरण के तहत.
  • 45 पिलर अभी तक हो चुके हैं तैयार.
  • 30 जून तक पूरा करना था प्रोजेक्ट.
  • समयावधि बढ़ने के बाद सेतु निर्माण निगम की गाजीपुर इकाई का रही थी काम.
  • बीम चढ़ाने के एलाइनमेन्ट के दौरान हुआ हादसा

दुर्घटना स्थल पर राहत और बचाव कार्य अभी भी जारी है.

इस बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर दुख जताया है और दुर्घटना की जांच के एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है.

मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों के लिए पांच लाख रुपये और घायलों के लिए दो लाख मुआवजा दिए जाने की घोषणा की है.

सोशल मीडिया पर पोस्ट की जा रही तस्वीरों में स्थानीय लोग राहत और बचाव कार्य में जुटे हैं.

आपदा प्रबंधन एजेंसी एनडीआरफ़ की टीमें राहत और बचाव के लिए घटनास्थल पर पहुंच गई हैं.

प्रधानमंत्री ने इस घटना पर शोक जाहिर करते हुए कहा है कि प्रभावित लोगों की हर संभव मदद के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं.

हताहतों के बारे में फिलहाल कोई आधिकारिक जानकारी उपलब्ध नहीं है.

https://twitter.com/varanasipolice/status/996399483079475203

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