अरकादी बाबचेंको : यह पत्रकार पुतिन से इतनी नफरत क्यों करता है?

पिछले दो दिनों से रूसी मूल के पत्रकार अरकादी बाबचेंको पूरी दुनिया में चर्चा में हैं. उनके चर्चा में होने की वजह है उनकी मौत की वह खबर, जो हुई ही नहीं थी. 41 वर्षीय अरकादी ने रूस को चकमा देने के लिए यूक्रेनी सुरक्षा सेवाओं से अपनी मौत की साजिश रची. अरकादी रूसी प्रशासन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 1, 2018 12:40 PM

पिछले दो दिनों से रूसी मूल के पत्रकार अरकादी बाबचेंको पूरी दुनिया में चर्चा में हैं. उनके चर्चा में होने की वजह है उनकी मौत की वह खबर, जो हुई ही नहीं थी. 41 वर्षीय अरकादी ने रूस को चकमा देने के लिए यूक्रेनी सुरक्षा सेवाओं से अपनी मौत की साजिश रची. अरकादी रूसी प्रशासन व वहां के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ पत्रकारिता के माध्यम से मुखालफत करने के लिए मशहूर हैं. वे निर्भय होकर कहते हैं कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से उन्हें ‘‘नफरत ‘ है, जो अनेकों युद्ध व मौतों के लिए जिम्मेवार हैं.

अरकादी बाबचेंको ने अपना कैरियर रूस के एक सैनिक के रूप में ही शुरू किया था, लेकिन सैन्य सेवा के अनुभवों ने उन्हें खुद को अभिव्यक्त करने के लिए मजबूर किया और एक सैनिक रहते हुए 2012 में उनके द्वारा लिखा गया एक लेख विवाद का कारण बन गया. उस समय वे चेचन्या में तैनात थे. उन्होंने कई फेसबुक पोस्ट लिखे जिससे रूस की उनसे नाराजगी बढ़ती गयी. उन्होंने रूस के लिए दो युद्ध में हिस्सा लिया और अपने अनुभवों को द वॉर ऑफ सोल्जर के रूप में किताब की शक्ल दी. वे सीरिया संकट का मुद्दा भी उठाते रहे. 2016 के अंत आते-आते उनके रिश्ते रूसी प्रशासन से बेहद बिगड़ गये. उन्हें जान से मारने की धमकियां मिलने लगीं. और फिर 2017 में वे स्वयं रूस से अपने परिवार के साथ निर्वासित हो गये. वे पहले प्राग और फिर यूक्रेन चले गये और वहां उन्होंने एक न्यूज चैनल को ज्वाइन किया और एंकर के रूप में काम करने लगे. रूस व यूक्रेन के बिगड़े रिश्ते में पुतिन के खिलाफ उनके मुखर स्वर ने उन्हें यूक्रेन प्रशासन के खिलाफ ला दिया और यूक्रेन का शासन उन्हें खुले तौर पर दोस्त मानता रहा.

अरकादी बाबचेंको ने अपनी मौत की झूठी खबर पर से रहस्य उठने के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि उनका प्राथमिक लक्ष्य जीवित रहना और अपने परिवार को सुरक्षा सुनिश्चित करना था. रूसी पत्रकार ने कीव में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा , ‘‘ मेरा लक्ष्य जीवित रहना और अपने परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करना था. मैं सबसे पहले इसी के बारे में सोच रहा था. पत्रकारीय मानक आखिरी चीज हैं जिनके बारे में मैं अब सोच रहा हूं. ‘ दरअसल, यह खबर फैलायी गयी कि यूक्रेन की राजधानी कीव में अपने घर से ब्रेड खरीदने जा रहे अरकादी को गाेली मार दी गयी जिससे उनकी मौत हो गयी.

बाबचेंको नेकहाहै कउन्हें रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से ‘‘ नफरत ‘ है. उन्होंने कहा, ‘‘ यह व्यक्ति (पुतिन) कई युद्धों के लिए जिम्मेदार है, हजारों मौतों के लिए जिम्मेदार है. मैंने अपने जान पहचान वाले लोगों को दफनाया, सहकर्मियों को दफनाया, मैंने दोस्तों को दफनाया, मैं लोगों को दफना – दफनाकर थक चुका हूं.’

वहीं,यूक्रेनी अधिकारियों ने कहा है कि पत्रकार की मौत का स्वांग उसकी हत्या की असली योजना को नाकाम करने के लिए रचा गया था. अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने पत्रकार की हत्या कराने के लिए रूसी खुफिया सेवाओं से 40,000 डॉलर हासिल करने वाले व्यक्ति को हिरासत में लिया था.


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