2017 वैश्विक शांति सूचकांक में भारत चार पायदान ऊपर चढ़ा, आइसलैंड पहले स्थान पर बरकरार

लंदन : हिंसक अपराध के स्तर में कमी के चलते भारत वैश्विक शांति सूचकांक में चार पायदान ऊपर चढ़कर 137वें स्थान पर पहुंच गया है. आॅस्ट्रेलिया विचार मंच इंस्टीट्यूट आॅफ इकोनॉमिक्स एंड पीस (आईईपी) की एक रिपोर्ट के अनुसार आइसलैंड विश्व का सबसे शांतिपूर्ण देश बना हुआ है. आइसलैंड इस स्थान पर 2008 से ही […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 6, 2018 8:15 PM

लंदन : हिंसक अपराध के स्तर में कमी के चलते भारत वैश्विक शांति सूचकांक में चार पायदान ऊपर चढ़कर 137वें स्थान पर पहुंच गया है. आॅस्ट्रेलिया विचार मंच इंस्टीट्यूट आॅफ इकोनॉमिक्स एंड पीस (आईईपी) की एक रिपोर्ट के अनुसार आइसलैंड विश्व का सबसे शांतिपूर्ण देश बना हुआ है. आइसलैंड इस स्थान पर 2008 से ही बना हुआ है.

इसके साथ ही पांच सबसे शांतिपूर्ण रैंकिंगवाले देशों में न्यूजीलैंड, आॅस्ट्रिया, पुर्तगाल और डेनमार्क शामिल हैं. सीरिया विश्व का सबसे कम शांतिवाला देश है , वह इस स्थान पर पिछले पांच वर्षों से कायम है. अफगानिस्तान, दक्षिण सूडान, इराक और सोमालिया अन्य सबसे कम शांतिवाले देशों में हैं. भारत की स्थिति में चार पायदान का सुधार हुआ है और उसकी समग्र रैंकिंग 141वें स्थान से अब 137 वीं हो गयी है.

इंस्टीट्यूट आॅफ इकोनामिक्स एंड पीस ने कहा, यह मोटे तौर पर कानून प्रवर्तन बढ़ने से हिंसक अपराध के स्तर में कमी आने के चलते हुआ है. इस बीच, कश्मीर में 2016 के मध्य में अशांति बढ़ने से भारत और उसके पड़ोसी पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया था, बाहरी संघर्ष से दोनों देशों में मृतक संख्या बढ़ गयी. उसने कहा कि ऐसे देश जिन्होंने पिछले 30 वर्षों में भारी हथियारों की क्षमता में सबसे महत्वपूर्ण वृद्धि प्रदर्शित की वे मुख्य रूप से अस्थिर क्षेत्रों में हैं जहां पड़ोसी देशों के साथ बहुत अधिक तनाव है. इनमें मिस्र, भारत, ईरान, पाकिस्तान, दक्षिण कोरिया और सीरिया शामिल हैं. 2017 वैश्विक शांति सूचकांक का परिणाम दिखाता है कि पिछले वर्ष शांति का वैश्विक स्तर 0.27 प्रतिशत खराब हुआ है. 92 देशों में यह खराब हुआ, जबकि 71 देशों में इसमें सुधार हुआ.

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