अब तक नहीं सुलझी अमेरिकी राजनयिक की बीमारी की गुत्थी
हवाना: क्यूबा के अधिकारियों ने आज कहा कि वह अब भी रहस्यमयी तरीके से अमेरिकी राजनयिकों के बीमार पड़ने की गुत्थी नहीं सुलझा पाए हैं. हवाना में तैनात अमेरिका के 20 से ज्यादा अधिकारियों को दिमागी चोटें आई थी जिसके बारे में अमेरिकी विदेश मंत्रालय का कहना था कि यह "स्वास्थ्य हमले’ का परिणाम हो […]
हवाना: क्यूबा के अधिकारियों ने आज कहा कि वह अब भी रहस्यमयी तरीके से अमेरिकी राजनयिकों के बीमार पड़ने की गुत्थी नहीं सुलझा पाए हैं. हवाना में तैनात अमेरिका के 20 से ज्यादा अधिकारियों को दिमागी चोटें आई थी जिसके बारे में अमेरिकी विदेश मंत्रालय का कहना था कि यह "स्वास्थ्य हमले’ का परिणाम हो सकता है.
ऐसी संभावना है कि ये हमले अज्ञात रहस्यमयी हथियार जैसे कि सोनिक या माइक्रोवेव डिवाइस से किया गया हो. अमेरिकी राजनयिकों पर 2016 के अंत से 2017 की गर्मियों के बीच में ज्यादा हमले हुए. इन हमलों से राजनयिकों के सुनने की क्षमता , चक्कर आना , अनिंद्रा , देखने की क्षमता में कमी आई.
अमेरिका ने क्यूबा से कहा था कि या तो वह इस हमलों का जिम्मेदार है या इन हमलों से वह राजनयिकों की रक्षा करने में विफल रहा है. अमेरिका ने अपने आधे से अधिक राजनयिकों को वापस अमेरिका बुला लिया था और वाशिंगटन से क्यूबा के 15 राजनयिकों को बर्खास्त कर दिया था. अमेरिका और क्यूबा के बीच 2015 में संबंध में सुधार के बाद दोनों देशों के बीच इस मुद्दे को लेकर बड़ी राजनयिक समस्या उत्पन्न हो गई थी.
क्यूबा के विदेश मंत्रालय ने कहा, "क्यूबा और अमेरिकी विशेषज्ञों तथा विशेष एजेंसियों द्वारा एक साल से अधिक समय तक जांच के बाद हम यह कह सकते हैं कि हमारे पास इसके लिए कोई विश्वसनीय परिकल्पना या वैज्ञानिक व्याख्या नहीं जो अमेरिकी सरकार द्वारा लगाए गए आरोप या उनके कदमों को सही साबित करता हो."
बयान में कहा गया है कि इस स्थिति को स्पष्ट करने के लिए अमेरिकी अधिकारियों के साथ क्यूबा ने सहयोग करने की पुष्टि की है. इस बीच चीन में शुक्रवार को अमेरिकी दूतावास ने अपने नागरिकों के लिए स्वास्थ्य अलर्ट जारी किया था. यहां दूतावास के कई कर्मचारियों ने असामान्य आवाज सुनने और दिमागी चोट की शिकायत की थी. इस मामले को क्यूबा के मामले से जोड़ कर देखा जा रहा है.