वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आज दावा किया कि अमेरिका ने चीन का पुनर्निमाण किया है. ट्रंप ने नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडिपेंडेंट बिजनेसेस को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘ आप देख रहे हैं चीन के साथ क्या हो रहा है. हमारे पास विकल्प नहीं है. यह बहुत साल पहले ही हो जाना चाहिए था. चीन हर साल हमारे देश से 500 अरब डॉलर ले जा रहा है और अपना पुनर्निमाण कर रहा है.’ उन्होंने कहा, ‘‘ मैं हमेशा कहता रहा हूं, हमने चीन का पुनर्निमाण किया है. उन्होंने हमसे बहुत लिया है. अब समय आ गया है दोस्तों, अब समय आ गया है.’
ट्रंप का यह बयान चीन के अतिरिक्त 200 अरब डॉलर के सामानों पर अमेरिका द्वारा शुल्क लगाने की धमकी के एक दिन बाद आया है. इससे विश्व की दो बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच व्यापार युद्ध नये स्तर पर पहुंच गया है. ध्यान रहे कि चीन ने भी अमेरिका के 34 अरब डॉलर के उत्पाद पर शुल्क लगाने का एलान किया है, जो छह जुलाई से लागू होगा. यह शुल्क कृषि, कार, मरीज उत्पादों पर होंगे.
अमेरिकी राष्ट्रपति के इस तल्खी भरे दावे पर अभी तक चीन की ओर आधिकारिक रूप से कोई बयान नहीं आया है. हालांकि चीन की सामाचार एजेंसी शिन्हुआ ने आज ऐसी कुछ खबरें व आलेख ट्वीट किये हैं, जिसमें उसके इस फैसले को गलत बताया गया है. सिंगापुर के एक थिंकटैककिशोर महबूबानी केहवाले से तैयार आलेख शिन्हुआ ने ट्वीट किया है, जिसमें अमेरिका के फैसले को बेहद मूर्खतापूर्ण व अनावश्यक बताया गया है. वहीं, आस्ट्रेलिया के एक थिंक टैंक का आलेख ट्वीट किया गया है, जिसमें अमेरिका में भरोसा निचले स्तर तक गिर गया है.
अमेरिका ने पिछले सप्ताह चीन के 50 अरब डॉलर के सामानों पर शुल्क लगा दिया था. इसके जवाब में चीन ने भी अमेरिका के 50 अरब डॉलर के 659 उत्पादों पर शुल्क लगा दिया था. ट्रंप ने कहा कि उन्होंने अमेरिकी कंपनियों को समान प्रतिस्पर्धी स्तर मुहैया कराया है. उन्होंने कहा, ‘‘ अमेरिकी कंपनियों को दूसरे देशों की उन कंपनियों की तुलना में अब समान अवसर मुहैया हो रहा है जिन्हें सरकारी छूटों समेत कई अन्य फायदे मिलते रहे हैं.’
ट्रंप ने कहा कि उन्होंने अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि रॉबर्ट लाइटहाइजर को चीन से आने वाले उन उत्पादों की दूसरी सूची तैयार करने को कहा है जिनके ऊपर 10 प्रतिशत शुल्क लगाया जा सके. उन्होंने कहा कि यदि चीन अपनी आदतों से बाज नहीं आया तो कानूनी प्रक्रियाओं के पूरा होते ही 200 अरब डॉलर के अतिरिक्त चीनी सामानों पर शुल्क लगा दिया जाएगा.