तोक्यो : तोक्यो सबवे पर 1995 में घातक हमला करने वाले जापान के एक पंथ के नेता को शुक्रवार को उसके छह समर्थकों के साथ फांसी पर लटका दिया गया. ओम शिनरिकयो पंथ के वस्तुत: अंधे नेता शोको असाहारा को हमले के कारण एक दशक पहले ही मौत की सजा सुनायी गयी थी. इस हमले से दुनिया सन्न रह गयी थी जिसके बाद इस पंथ के खिलाफ बड़े पैमाने पर कार्रवाई करनी पड़ी थी.
न्याय मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया, ‘ओम के सात सदस्यों को फांसी दी गयी जिनमें शोको असाहारा भी शामिल है.’ नर्व एजेंट से हमले के सिलसिले में पहली बार फांसी की सजा दी गयी है जिसमें 13 लोग मारे गये थे और हजारों अन्य लोग जख्मी हो गये थे. पंथ के छह अन्य सदस्यों को अभी फांसी दी जानी है.
हमले से प्रभावित कुछ लोगों ने फांसी देने का स्वागत किया है. तोक्यो के रूपोन्गी स्टेशन पर सरीन के हमले में जख्मी हुए फिल्म निर्देशक अतसुशी साकाहारा ने कहा, ‘जब मुझे खबर के बारे में पता चला मैंने शांति से प्रतिक्रिया दी… लेकिन मुझे महसूस हुआ कि दुनिया कुछ ज्यादा ही आकर्षक हो गयी है.’
उन्होंने एएफपी से कहा, ‘मैं वर्षों से दुखी हूं.’ उन्होंने कहा, ‘घटना को भूलना असंभव है लेकिन फांसी देने से यह मामला एक तरह से बंद हो गया.’