James Webb स्पेस टेलीस्कोप सोलर सिस्टम से बाहर के ग्रहों का करेगा स्टडी

वाशिंगटन : अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा अपने पुराने ‘हबल’ टेलीस्कोप की जगह ‘जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप ‘ को देने वाला है, जो सौर मंडल के बाहर स्थित ग्रहों के वायुमंडल का अध्ययन करेगा. इसके जरिये नासा यह पता लगाने का प्रयास करेगा कि क्या सौर मंडल के बाहर किसी अन्य ग्रह का वायुमंडल जीवन का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 12, 2018 6:55 PM

वाशिंगटन : अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा अपने पुराने ‘हबल’ टेलीस्कोप की जगह ‘जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप ‘ को देने वाला है, जो सौर मंडल के बाहर स्थित ग्रहों के वायुमंडल का अध्ययन करेगा. इसके जरिये नासा यह पता लगाने का प्रयास करेगा कि क्या सौर मंडल के बाहर किसी अन्य ग्रह का वायुमंडल जीवन का पोषण करने में सक्षम है. नासा ने बताया कि वेब को मार्च, 2021 में अंतरिक्ष में प्रक्षेपित करने की उम्मीद है. इसका लक्ष्य बेहद छोटे और कम रोशनी वाले तारों की परिक्रमा कर रहे ग्रहों का अध्ययन करना होगा.

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गौरतलब है कि ऐसे ग्रहों तक तरंगों/सिग्नल की पहुंच आसान होती है. इन छोटे सितारों को लाल बौना तारा भी कहा जाता है, जो हमारी आकाशगंगा का बेहद महत्वपूर्ण हिस्सा है. इस परियोजना से जुड़े शिकागो विश्वविद्यालय के जेकब बीन ने बताया कि उनके दो प्रमुख लक्ष्य हैं. सबसे पहले जल्द से जल्द खगोलीय समुदाय को वेब से मिलने वाली जानकारी मुहैया कराना. दूसरा प्रमुख लक्ष्य खगोलविदों और जनता को इस वेधशाला के जरिये विज्ञान की शक्ति को समझाना है.

परियोजना की मुख्य जांचकर्ता नटालिया बटाल्हा ने बताया कि उनकी टीम का मुख्य लक्ष्य महत्वपूर्ण ज्ञान उपलब्ध कराना है. इससे खगोलविदों को सूर्य की तरह के अन्य तारों को जानकारी हासिल करने में मदद मिलेगी. नासा ने बताया कि जब कोई ग्रह तारे के सामने होता है, तब हमें उसके पीछे का ठंडा हिस्सा दिखता है, मगर आने वाले दिनों में हमारी कक्षाएं अधिक गर्म होती जायेंगी. बीन ने बताया कि हबल और स्पिट्जर के जरिये इस तरह के ग्रहों में नाटकीय और अप्रत्याशित भिन्नताएं देख चुके हैं. वेब के जरिये इनके बारे में विस्तृत भौतिक जानकारी एकत्र कर सकेंगे.

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