अंदाजा न था कि ऐसा निकलेगा अंजाम
आसनसोल: भावावेश में आकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ टिप्पणी करने का खामियाजा बर्नपुर के निवासी राजीव कुमार दास को भुगतना पड़ रहा है. कोलकाता पुलिस ने उसे मोबाइल फोन सेट चोरी के आरोप में गिरफ्तार कर स्थानीय कोर्ट से सात जून तक पुलिस रिमांड में ले रखा है. राज्य में इस तरह की यह […]
आसनसोल: भावावेश में आकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ टिप्पणी करने का खामियाजा बर्नपुर के निवासी राजीव कुमार दास को भुगतना पड़ रहा है. कोलकाता पुलिस ने उसे मोबाइल फोन सेट चोरी के आरोप में गिरफ्तार कर स्थानीय कोर्ट से सात जून तक पुलिस रिमांड में ले रखा है. राज्य में इस तरह की यह पहली घटना नहीं है.
इसके पहले भी मेदिनीपुर में मुख्यमंत्री सुश्री बनर्जी की सभा में किसानों की समस्याओं को उठाने की हिमाकत करनेवाले टीएमसी कर्मी को माओवादी कह कर गिरफ्तार किया जा चुका है. पुलिस सूत्रों ने बताया कि राजीव मुख्य रूप से तृणमूल कांग्रेस का समर्थक ही है. लेकिन वह मुख्यमंत्री के कार्यो से संतुष्ट नहीं है. उसे लगता है कि मुख्यमंत्री अपने चुनावी वायदों को पूरा करने में विफल रही है.
भावावेश में आकर उसने पिछले सप्ताह मुख्यमंत्री के आवासीय लैंड लाइन फोन पर कॉल कर दिया. फोन मुख्यमंत्री के आवासीय कार्यालय में सहायक आप्त सचिव माणिक मजुमदार ने उठाया. राजीव ने अपने दिल की भड़ास पूरी तरह से निकाली. उसने यहा ं तक कहा कि मुख्यमंत्री ने सही कार्य करनेवाली कोलकाता पुलिस की ज्वायंट कमीश्नर (क्राइम) दमयंती सेन को इसलिए पहले सेंटिंग और बाद में सिलीगुड़ी भेज दिया कि उसने मुख्यमंत्री की घोषणा के खिलाफ जाकर बलात्कार के मामले की न सिर्फ पुष्टि की बल्कि आरोपी को गिरफ्तार भी किया.
उसकी इस हरकत को मुख्यमंत्री कार्यालय ने गंभीरता से लिया और उसे मोबाइल फोन को ट्रेस किया गया. इसके बाद कोलकाता पुलिस ने उसे हीरापुर पुलिस की मदद से गिरफ्तार किया और कोलकाता ले गयी. पहले योजना बनी कि उसे आईटी एक्ट के तहत गिरफ्तार किया जाये. इसके तहत उसे कोर्ट में चालान भी किया गया. लेकिन वरीय पुलिस अधिकारियों के निर्देश पर उसके खिलाफ चोरी की प्राथमिकी दर्ज की गयी. उसे सैमसंग मोबाइल फोनन सेट तथा सोनी हैंडीकेम की चोरी में शामिल बताकर उसे स्थानीय कोर्ट में पेश किया गया. पुलिस ने उसे सात जून तक पुलिस रिमांड पर ले रखा है. उससे पूछताछ की जा रही है.