थाईलैंड : समय काटने को खोद रहे थे गुफा, चिपक कर बैठे थे बच्चे
थाईलैंड की गुफा से सुरक्षित बाहर निकले 12 बच्चों और उनके फुटबॉल कोच को बुधवार को अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी. अस्पताल से निकलते वक्त बच्चों ने अपनी टीम की फुटबॉल किट पहनी हुई थी. बच्चों ने प्रतीक के तौर पर बनाये गये फुटबॉल मैदान में अपने कौशल का प्रदर्शन भी किया. बाहर की […]
थाईलैंड की गुफा से सुरक्षित बाहर निकले 12 बच्चों और उनके फुटबॉल कोच को बुधवार को अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी. अस्पताल से निकलते वक्त बच्चों ने अपनी टीम की फुटबॉल किट पहनी हुई थी. बच्चों ने प्रतीक के तौर पर बनाये गये फुटबॉल मैदान में अपने कौशल का प्रदर्शन भी किया.
बाहर की आवाज पर नहीं हो रहा था भरोसा : सैम
अपने साथियों और कोच की तरफ से बोलते हुए एक बच्चे सैम ने कहा कि जब हमने पहली बार ब्रिटिश गोताखोर ने बाहर से ‘हेलो’ की आवाज लगायी तो हमें विश्वास नहीं हुआ. हमें लगा कि हम समय के साथ पीछे चले गये हैं. जहां हमें पुरानी बातें याद आ रही हैं. मुझे उनके सवालों का जवाब देने से पहले बहुत कुछ सोचना पड़ा रहा था. नौ दिन बाद हमने पहली बार बाहर की आवाज सुनी थी. थोड़ी देर बाद वे हमारे पास आये. मैंने उनसे पूछा कि क्या हम आपकी मदद कर सकते हैं. तब उन्होंने कहा कि नहीं आप आराम करें, हम आपको बाहर निकालने आये हैं. उन्होंने पूछा कि आप कितने लोग हैं. मैंने कहा कि तेरह. इतना सुनने पर उन्होंने कहा-ग्रेट, ब्रिलिएंट.
खाने के बारे में कुछ नही सोचा : टाइटन
एक अन्य बच्चे ने कहा कि शुरू के एक-दो दिन तो ज्यादा बुरा नहीं लगा. लेकिन, बाद में हम लोग थकने लग गये. फंसे बच्चों में से सबसे छोटे टाइटन ने बताया कि मैं बिल्कुल शक्तिहीन हो गया था और कोशिश कर रहा था कि खाने के बारे में कुछ न सोचूं, सोचूंगा तो भूख ज्यादा लगेगी. एक बच्चे ने कहा कि मैं तो घर नहीं जा पाने को सोचकर बहुत डर गया था और यदि चला गया, तो यह भी मालूम था कि मां बहुत डांटेगी.
प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले बच्चों ने खेला फुटबॉल मैच
सरकार ने बच्चों के लिए ‘थाइलैंड मूव्स फॉरवर्ड’ कार्यक्रम का आयोजन किया था. बच्चों और उनके कोच के प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए 45 मिनट का समय तय किया गया था. कॉन्फ्रेंस से पहले बच्चों ने अस्थायी रूप से बने मैदान में एक फुटबॉल मैच खेला.
बच्चों के परिजनों को दी गयी हिदायत
चिकित्सकों ने बच्चों के परिजनों से कहा है कि वे कम से कम महीने तक उन्हें पत्रकारों के संपर्क में न आने दें. हालांकि, बताया जा रहा है कि बच्चे और उनके कोच की मानसिक और शारीरिक स्थिति ठीक है. थाईलैंड के मुख्य सरकारी प्रवक्ता सनसर्न कइवकुमनर्ड ने बताया कि प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करने का कारण यह है कि मीडिया उनसे सवाल कर सके जिस के बाद वे सामान्य जीवन जीने के लिए वापस जा सकें और फिर मीडिया उनसे सवाल जवाब नहीं करें.
पूछे जाने से पहले मनोचिकित्सकों ने की प्रश्नों की जांच : चियांग राई प्रांत में जनसंपर्क विभाग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले समाचार पत्रों से उनके प्रश्न मांगे थे और उन्हें पड़ताल के लिए मनोचिकित्सकों के पास भेजा गया था. विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि गुफा के भीतर कटु अनुभव झेलने के कारण वे लंबे समय तक परेशान रह सकते हैं.
पत्थर से कोच काट रहे थे गुफा : कोच एकापोल चांगथ्वांग ने बताया कि हमने गुफा को तोड़ने का प्रयास भी किया था. हम लोगों ने पत्थर से गुफा की दीवार को तीन-चार मीटर तक खोद भी डाला. लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला. कुछ बच्चे अच्छे तैराक नहीं थे इसलिए तैरकर निकलने का प्रयास नहीं किया.