इस्लामाबाद : पाकिस्तान में बुधवार को होने वाले आम चुनाव के लिए दो महीने से चल रहा प्रचार का दौर सोमवार मध्यरात्रि को समाप्त हो जाएगा. चुनाव 25 जुलाई को होना है.
देश में मतदाताओं के बीच बहुत कम उत्साह है और सुरक्षा की स्थिति तनावपूर्ण है. पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने कहा है कि नियमों के मुताबिक प्रचार अभियान मध्यरात्रि तक खत्म हो जाना चाहिए ताकि मतदाताओं को सोच – विचार का समय मिले और वह 25 जुलाई को होने वाले मतदान में हिस्सा लेने की तैयारी कर सकें.
चुनाव में तीन बड़ी पार्टियों पाकिस्तान मुस्लिम लीग (पीएमएल-एन), पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के बीच कड़ी टक्कर है.
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पाकिस्तान में आम चुनाव को लेकर भारत में भी सरगर्मी तेज है. पड़ोसी देश में किसकी सरकार बनेगी इससे जानने की ललक सभी में है. चुनाव में जनता का मूड जानने के लिए पाकिस्तानी मीडिया ‘डॉन’ ने एक सर्वे कराया है.
डॉन की सर्वे के अनुसार क्रिकेटर से राजनीति में उतरे पीटीआई के प्रमुख इमरान खान का प्रधानमंत्री बनने का सपना पूरा हो सकता है. डॉन ने युवाओं को लेकर सर्वे कराया है जिसमें 18 से 44 उम्र के लोग शामिल हैं. सर्वे के अनुसार अधिकांश युवा इमरान खान के साथ दिख रहे हैं.
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पाकिस्तान के चुनावों में इस बार जो तीन बड़े चेहरे हैं. शाहबाज शरीफ (पीएमएल-एन), इमरान खान (पीटीआई) और बिलावल अली भुट्टो (पीपीपी) हैं. शाहबाज शरीफ नवाज के अयोग्य करार दिये जाने के बाद पीएमएल-एन के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार हैं. हालांकि शाहबाज का राजनीतिक कद नवाज की तुलना में कम है, उन्हें नवाज की तरह करिश्माई नेता नहीं माना जा रहा है.
उसी तरह बिलावल अली भुट्टो भले ही राजनीतिक पृष्ठभूमि से आते हैं, लेकिन वो पहली बार चुनावी मैदान पर उतरे हैं. सर्वे में ऐसा माना जा रहा है कि बिलावल इमरान और शाहबाज को टक्कर देने की स्थिति में नहीं हैं. इस तरह सर्वे के अनुसार इमरान बड़ा चेहरा बनकर सामने आ सकते हैं.
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सर्वे के अनुसार लगभग 83.07 प्रतिशत लोगों का मानना है कि इमरान की चुनाव जीत रहे हैं. 2013 में नवाज को वोट देने वालों में से लगभग 41 प्रतिशत लोगों का भी मानना है कि इमरान खान ही इस बार जीत रहे हैं.
* चुनाव आयोग के निर्देशों का उल्लंघन करने वालों को दो साल तक की जेल की सजा
चुनाव आयोग के अधिकारियों के मुताबिक इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया भी राजनीतिक विज्ञापनों के प्रसारण और प्रकाशन से परहेज करेंगे. आयोग के दिशा – निर्देशों का उल्लंघन करने वालों को दो साल तक की जेल की सजा या एक लाख रुपये तक जुर्माना हो सकता है. पूर्व के चुनावों के मुकाबले इस बार चुनाव प्रचार को लेकर मतदाताओं में बहुत अधिक उत्साह देखने को नहीं मिल रहा है.
* इमरान के समर्थन में आये पूर्व क्रिकेटर
25 जुलाई को होने वाले चुनाव से पहले क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान को पाकिस्तानी सितारों समेत पूर्व क्रिकेटरों का समर्थन मिला. 65 वर्षीय नेता ने हाल में कहा था कि अगर उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक – ए – इंसाफ (पीटीआई) सत्ता में आती है तो उनकी पार्टी ने देश में गंभीर आर्थिक एवं प्रशासनिक चिंताओं से निपटने के लिये 100 दिवसीय योजना बनायी है. खान एक ऐसे मंच को चला रहे हैं , जो अधिक से अधिक रोजगार पैदा करने , गरीबों के लिये घर बनाने , जबरदस्त बिजली की कटौती को कम करने , शिक्षा एवं सेहत में सुधार और भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आह्वान करता है.
पूर्व क्रिकेटर वसीम अकरम ने ट्वीट किया , यह आपका ही नेतृत्व था इमरान खान जो वर्ष 1992 में हम विश्च चैम्पियन बने. अब आपके ही नेतृत्व में हम फिर से एक महान लोकतांत्रिक देश बन सकते हैं. कप्तान के लिये वोट , नया पाकिस्तान.
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पूर्व ऑस्ट्रेलियाई डीन जोन्स ने भी खान के मुहिम का समर्थन किया. जोन्स ने ट्वीट किया , मैं कोई नेता नहीं हूं … लेकिन इमरान खान मुझे आपके नेतृत्व में खेलना अच्छा लगता… आप एक महान नेता हैं और अगर आपको मौका मिला तो आप पाकिस्तान के लिये जरूर अच्छा करेंगे.