इस्लामाबाद : पाकिस्तान आम चुनावों में व्यापक धांधली के आरोपों के बीच पूर्व क्रिकेटर इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ अभी तक प्राप्त रुझानों में प्रधानमंत्री पद की ओर पहुंचती नजर आ रही है. यदि इमरान के संबंध में बात की जाए तो उनकी कहानी पूरी फिल्मी है. आइए 10 बिंदुओं में जानते हैं इमरान खान के सियासत तक का सफर…
1. इमरान खान नियाजी का जन्म 5 अक्टूबर 1952 को लाहौर में हुआ था. उनकी शुरुआती पढ़ाई लाहौर में हुई लेकिन बाद में वे पढ़ने के लिए इंग्लैंड गये. 1975 में इमरान ने ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी के केबल कॉलेज से दर्शनशास्त्र, राजनीति और इकनॉमिक्स में स्नातक किया.
2. इमरान की मां की बता करें तो उनका नाम शौकत खानम है और वह बुर्की परिवार से संबंध रखतीं थीं. इमरान ने 16 साल की उम्र में प्रफेशनल क्रिकेट में कदम रखा. 1968 में इमरान ने फर्स्ट क्लास डेब्यू किया. 1971 में इंग्लैंड के खिलाफ इमरान को टेस्ट डेब्यू करने का अवसर मिला जबकि 1974 में इंग्लैंड के खिलाफ ही उन्होंने वनडे में डेब्यू किया.
3. 1982 में इमरान खान पाकिस्तान टीम के कप्तान बने. इमरान के रिवर्स स्विंग के काफी लोग मुरीद थे. उनकी पहचान एक ऑलराउंडर के तौर भी हुई. 1987 में उनके नेतृत्व में पाकिस्तान को वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में हार का मुंह देखना पड़ा था. इमरान ने संन्यास की घोषणा कर दी, लेकिन पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति जनरल जिया उल हक के आग्रह पर वापस मैदान में लौटे.
4. इमरान की वापसी जोरदार रही. बतौर क्रिकेट उनके जीवन का सर्वश्रेष्ठ क्षण 1992 में देखने को मिला. उनके नेतृत्व में पाकिस्तान ने 1992 में क्रिकेट का वर्ल्ड कप जीता था.
5. 1992 में 25 मार्च को इमरान इंग्लैंड के खिलाफ अपना आखिरी वनडे खेलते नजर आए थे. यानी इंग्लैंड के खिलाफ शुरू हुई कहानी इंग्लैंड के खिलाफ ही समाप्त हुई. 1992 में ही इमरान खान ने क्रिकेट से संन्यास का एलान किया था.
6. क्रिकेट की दुनिया में स्टारडम हासिल कर चुके इमरान ने अब अपने निजी जीवन पर ध्यान देना शुरू किया. क्रिकेट के दौरान इमरान की छवि क्लबों में जाने वाले एक हाइक्लास रोमियो की बन चुकी थी. 1995 में इमरान ब्रिटिश जर्नलिस्ट जेमिमा गोल्डस्मिथ के साथ शादी के बंधन में बंधे. यह रिश्ता 9 सालों तक चला और 2004 में दोनों अलग हो गये.
7. 2014 में इमरान खान की दूसरी शादी हुई. टीवी ऐंकर रेहम खान इमरान की दूसरी बेगम बनीं. वर्तमान में रेहम खान काफी चर्चा में हैं. उन्होंने मात्र 10 महीने चली अपनी शादी के दौरान इमरान खान पर यौन शोषण तक के आरोप लगाये हैं. रेहम ने एक किताब लिखी है, जिसमें इमरान को लेकर तमाम खुलासों का दावा किया गया है.
8. इमरान खान ने फरवरी 2018 में तीसरी बार निकाह किया. इस बार वे बुशरा मानिका से शादी के बंधन में बंधे. बुशरा मानिका को इमरान की धार्मिक गुरु के तौर पर माना जाता है. बुशरा ने इमरान से शादी से पहले ही कहा था कि उनके प्रधानमंत्री बनने के लिए तीसरी शादी जरूरी है. अब लगता है कि बतौर धार्मिक गुरु बुशरा की भविष्यवाणी सच होने वाली है.
9. इमरान खान का राजनीतिक सफर 1996 में तहरीक-ए-इंसाफ नाम की पार्टी बनाने से शुरू हुआ. 1997 में वह अपना पहला चुनाव हारे. उसके बाद वे 2002 के चुनावी मैदान में नजर आए. उनकी पार्टी की तरफ से बस उन्हें ही जीत मिली. नवंबर 2007 में जब तत्कालीन राष्ट्रपति परवेज मुशरर्फ ने आपातकाल की घोषणा की तो इमरान को भी सलाखों के पीछे जाना पड़ा. यदि आपको याद हो तो इमरान खान ने 2008 के चुनावों का बहिष्कार किया था.
10. इमरान खान ने 2013 में ‘नया पाकिस्तान’ का नारा दिया था. इमरान ने पाकिस्तान के ताकतवर राजनीतिक परिवारों शरीफ और भुट्टो परिवार के खिलाफ आक्रामक चुनाव प्रचार अभियान चलाया. पनामा लीक्स में नाम आने पर इमरान के निशाने पर नवाज शरीफ और उनकी पार्टी पीएमएल नवाज रही. अब यदि इमरान प्रधानमंत्री बने तो एक तरह से यह शरीफ और भुट्टो परिवार के बाद अब नियाजी परिवारी की सियासत का दौर होगा.