पाकिस्तान : स्वतंत्रता दिवस के पहले पीएम के रूप में शपथ ग्रहण कर सकते हैं इमरान खान

इस्लामाबाद : पाकिस्तान के आम चुनाव से दूर लेकिन यहां की सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान स्वतंत्रता दिवस यानी 14 अगस्त के पहले प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण कर सकते हैं. यह बात पार्टी के एक नेता ने कही है. यहां के प्रमुख न्यूज चैनलों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 28, 2018 10:32 PM

इस्लामाबाद : पाकिस्तान के आम चुनाव से दूर लेकिन यहां की सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान स्वतंत्रता दिवस यानी 14 अगस्त के पहले प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण कर सकते हैं. यह बात पार्टी के एक नेता ने कही है.

यहां के प्रमुख न्यूज चैनलों में शुमार जिओ न्यूज ने पीटीआई के नेता नईम-उल-हक के हवाले से खबर दी है कि पाकिस्तान के नये प्रधानमंत्री के तौर पर इमरान खान के शपथग्रहण समारोह में यहां की मुख्यधारा से जुड़ी करीब-करीब तमाम पार्टियां शिरकत करेंगी. खबर में इस बात का भी जिक्र किया गया है कि पाकिस्तान के राष्ट्रपति मेमनून हुसैन जल्द ही असेंबली का सेशन बुलायेंगे और नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलायेंगे.

इसे भी पढ़ें : पाकिस्तान : इमरान खान ने शुरू की नयी सरकार बनाने की तैयारियां

गौरतलब है कि पाकिस्तान में हुए आम चुनाव में इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) आज सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. चुनाव आयोग के अंतिम नतीजों के अनुसार, जिन 270 संसदीय सीटों पर चुनाव लड़ा गया, पार्टी ने उनमें से नेशनल असेंबली की 116 सीटों पर जीत दर्ज की. 25 जुलाई को हुए संसदीय चुनाव के अंतिम नतीजों की घोषणा में कुछ देरी होने से हारी हुई पार्टियों के नेताओं में नाराजगी दिखी और उन्होंने चुनाव में धांधली के आरोप लगाये.

पाकिस्तान निर्वाचन आयोग (ईसीपी) के अनुसार, जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) 64 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर, तो पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) 43 सीटों के साथ तीसरे स्थान पर है. इसके अनुसार, 13 सीटों के साथ मुत्ताहिदा मजलिस-ए-अमल (एमएमएपी) चौथे स्थान पर रही. 13 निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी जीत दर्ज की है.

नयी सरकार के गठन में इनकी भूमिका अहम मानी जा रही है, क्योंकि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) को केंद्र में सरकार बनाने के लिए उनके समर्थन की जरूरत होगी. बहरहाल, दशकों तक कराची में शासन करने वाली मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान (एमक्यूएमपी) सिर्फ छह सीटें जीत पायी. ईसीपी ने चुनाव में प्रत्येक राजनीतिक पार्टी को मिले कुल मत भी जारी किये हैं. इनमें 16,857,035 मतों के साथ पीटीआई पहले नंबर पर है, जिसके बाद 12,894,225 मतों के साथ पीएमएल-एन दूसरे नंबर तथा 6,894,296 मतों के साथ पीपीपी तीसरे स्थान पर है.

चुनाव में डाले गये मतों के अनुसार 6,011,297 मतों के साथ निर्दलीय उम्मीदवार चौथे सबसे बड़े समूह बनकर उभरे हैं. ईसीपी के अनुसार, धार्मिक दलों में एमएमएपी को 2,530,452 मत, तहरीक-ए-लबैक पाकिस्तान को 2,191,679 मत और अल्लाह-हू-अकबर तहरीक को 171,441 मत मिले हैं. ईसीपी ने राष्ट्रीय एवं प्रांतीय असेंबली के चुनाव में मतदाताओं के अंतिम मतदान प्रतिशत भी जारी किया.

इसके अनुसार, नेशनल असेंबली (एनए) के लिए 51.7 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया, पंजाब प्रांत के लिए 55 फीसदी, सिंध के लिए 47.6 फीसदी, खैबर पख्तुनख्वा के लिए 45.5 और बलूचिस्तान प्रांतीय असेंबली के लिए 45.2 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया.

Next Article

Exit mobile version