पाकिस्तान में इमरान खान के खिलाफ साझा प्रधानमंत्री उम्मीदवार उतारेगा विपक्ष

स्पीकर व डिप्टी स्पीकर पद पर भी विपक्ष करेगा दावानवाज शरीफ व भुट्टो परिवार की पार्टी ने हाथ मिलाया इस्लामाबाद : पाकिस्तान की राजनीति में गुरुवार को तब एक नया मोड़ आ गया जब विपक्षी दलों ने इमरान खान के खिलाफ साझा प्रधानमंत्री उम्मीदवार उतारने का निर्णय लिया. इसके लिए नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 3, 2018 9:41 AM


स्पीकर व डिप्टी स्पीकर पद पर भी विपक्ष करेगा दावा
नवाज शरीफ व भुट्टो परिवार की पार्टी ने हाथ मिलाया

इस्लामाबाद : पाकिस्तान की राजनीति में गुरुवार को तब एक नया मोड़ आ गया जब विपक्षी दलों ने इमरान खान के खिलाफ साझा प्रधानमंत्री उम्मीदवार उतारने का निर्णय लिया. इसके लिए नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुसलिम लीग – नवाज व बिलावल भुट्टो की पार्टी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी ने हाथ मिला लिया. इन दो प्रमुख पार्टियों के साथ सात छोटे दल भी आ खड़े हुए हैं. ध्यान रहे कि 25 जुलाई को पाकिस्तान में नेशनल असेंबली के चुनाव में इमरान खान की पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ सबसे बड़ी पार्टी बन कर उभरी है और उन्हें यह उम्मीद है कि वे छोटे घटकों को साथ लेकर समर्थन जुटा लेंगे.

पाकिस्तान मुसलिम लीग – नवाज के नेता अहसान इकबाल ने कहा है कि विपक्षी दलों ने शहबाज शरीफ को इमरान खान के खिलाफ प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में उतारने का निर्णय लिया है. इसके साथ ही विपक्ष नेशनल असेंबली के स्पीकर व डिप्टी स्पीकर पद के लिए भी अपने उम्मीदवार उतारेगा. शहबाज शरीफ पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के छोटे भाई और पार्टी के अध्यक्ष भी हैं. वे अबतक पंजाब सूबे के मुख्यमंत्री रहे हैं, जहां उनकी पार्टी एक बार फिर जीत कर आयी है. नवाज शरीफ को भ्रष्टाचार के आरोप में सजा होने के बाद उन्होंने पार्टी की कमान संभाली और वे स्वाभाविक रूप से उनकी पार्टी से प्रधानमंत्री उम्मीदवार माने जा रहे थे.

पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की वरिष्ठ नेता शेरीरहमाननेभीविपक्ष के साझाप्रधानमंत्री उम्मीदवारउतारनेके फैसले की पुष्टि की है. उन्होंने कहाहैकिदेश में सरकार गठन के लिए विपक्षी दलों ने एक ज्वाइंटवर्किंग कमेटीबनायीहैऔर स्पीकरव डिप्टीस्पीकर पद के लिए भी हम उम्मीदवारउतारेंगे.

पाकिस्तान में इमरान खान के शपथ ग्रहण की तारीख 11 अगस्त भी तय हो चुकी है. पाकिस्तान में नेशनल असेंबली में 270 सीटों के लिए चुनाव हुआ था, जिसमें इमरान खान की पार्टी को 116 सीटें मिली हैं. ऐसे में उन्हें नेशनल असेंबली में बहुमत साबित करने के लिए 20 और सांसदों की जरूरत होगी.

नवाज शरीफ की पार्टी को 64 और बिलावल भुट्टो की पार्टी को 43 सीटें मिली हैं. इन दोनों बड़ी पार्टियों की साझा सीटों की संख्या 107 है और इन्हें 29 और सांसद सरकार बनाने के लिए चाहिए.

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