दुनिया भर में‍ 41 नामों पर लगा प्रतिबंध

-पाबंदी: सऊदी अरब समेत खाड़ी देशों में विरोधाभासी नाम रखने की इजाजत नहीं दुनिया के कई देशों ने व्यक्ति के नाम रखने को लेकर नियम बना रखे हैं. इसके तहत कुछ नामों को प्रतिबंधित कर दिया गया है. मां-बाप अपने बच्चों का नामकरण इन प्रतिबंधित नामों के आधार नहीं कर सकते हैं. नाम संबंधी प्रतिबंधों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 5, 2018 9:38 AM

-पाबंदी: सऊदी अरब समेत खाड़ी देशों में विरोधाभासी नाम रखने की इजाजत नहीं

दुनिया के कई देशों ने व्यक्ति के नाम रखने को लेकर नियम बना रखे हैं. इसके तहत कुछ नामों को प्रतिबंधित कर दिया गया है. मां-बाप अपने बच्चों का नामकरण इन प्रतिबंधित नामों के आधार नहीं कर सकते हैं. नाम संबंधी प्रतिबंधों में लिंग, धर्म, संस्कृति, वैश्विक राजनयिक संबंध, उपभोक्ता बाजार वगैरह के प्रति उस देश के शासन की सोच भी उजागर होती है. नाम प्रतिबंध करने वाले देशों में सऊदी अरब, पुर्तगाल, जर्मनी, डेनमार्क, जॉर्डन, फ्रांस, स्वीडन, स्विट्जरलैंड, आइसलैंड और नार्वे जैसे देश शामिल हैं. सऊदी अरब सहित कुछ देशों ने भी करीब 41 नामों पर प्रतिबंध लगा रखा है. सऊदी अरब सरकार का मानना है कि ये नाम साम्राज्य के धर्म और संस्कृति के विरोधाभासी हैं. अब अभिभावक अपने बच्चों को नाम लिंडा, एलिस, बिनयामिन (अरबी में बेंजामिन) नहीं रख सकेंगे.

गल्फ न्यूज के अनुसार, कुछ नामों पर इसलिए प्रतिबंध लगा दिया है, क्योंकि माना जा रहा है कि वे नाम ईश निंदा करने वाले गैर अरेबिक, गैर इस्लामिक या साम्राज्य की संस्कृति और धर्म के विरोधाभासी हैं. इनमें से कुछ नाम विदेशी हैं, तो कुछ अनुचित. डेनमार्क में तो अभिभावकों को अपने बच्चों का नाम चुनिंदा सात हजार नामों में से ही कोई एक रखने का इजाजत है. कुछ देशों में बच्चों के नाम रखने के सख्ती बरती जा रही है. फ्रांस, जर्मनी, डेनमार्क, स्वीडन जैसे देशों में नाम का रजिस्ट्रेशन होने के बावजूद उसे रद्द कर दिया जाता है. मलयेशिया में भी राम रखने को लेकर नियम तय हैं. वहां जानवरों के नाम जैसे (स्नेक, बीटर) पर कोई व्यक्ति अपना या अपने बच्चे का नाम नहीं रख सकता है. आइसलैंड का मामला और भी दिलचस्प है. यहां तो व्याकरण के अंत में समाप्त होने वाले शब्दों के आधार पर नाम रखा जाता है. स्विट्जरलैंड में लड़के के नाम के लिए लड़की के नामों की स्वैपिंग या लड़की के नाम के लिए लड़के के नामों और उपनामों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.

इन नामों पर है प्रतिबंध

पुर्तगाल में वाइकिंग और जिमी, सऊदी अरब में एलिस, माया व अब्दुल और नासिर, जर्मनी एवं डेनमार्क में एइलर, एशले, ओसामा बिन लादेन, जॉर्डन और मॉर्गन, फ्रांस में प्रिंस विलियम, डेनमार्क में अनुस, स्वीडन में एल्विस व मेटालिका, मेक्सिको में रैंबो एवं बैटमैन, स्विट्जरलैंड में जुडास व लूसियर, आइसलैंड में हैररिएट और नार्वे में हैंनसेन आदि के नामों पर प्रतिबंध है.

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