जब मुशर्रफ के कारण इमरान को जाना पड़ा जेल, पढ़ें नये पाक पीएम के बारे में कुछ खास बातें

इस्लामाबाद : पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान ने शनिवार को प्रधानमंत्री पद की शपथ ली. क्रिकेटर से नेता बने खान देश के 22वें प्रधानमंत्री बने हैं जबकि पाकिस्तान बनने के 71 साल के इतिहास में आधे से ज्यादा समय तक चार सैन्य सरकारों ने ही यहां शासन किया है. खान के सत्ता तक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 18, 2018 1:10 PM

इस्लामाबाद : पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान ने शनिवार को प्रधानमंत्री पद की शपथ ली. क्रिकेटर से नेता बने खान देश के 22वें प्रधानमंत्री बने हैं जबकि पाकिस्तान बनने के 71 साल के इतिहास में आधे से ज्यादा समय तक चार सैन्य सरकारों ने ही यहां शासन किया है. खान के सत्ता तक पहुंचने का घटनाक्रमऔर खास बातें…

25 अप्रैल, 1996: इमरान खान ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) राजनीतिक पार्टी की स्थापना की.

10 अक्तूबर, 2002 : खान ने 2002 का आम चुनाव लड़ा और वह संसद सदस्य के रूप में चुने गए.

19 नवंबर, 2007: पूर्व सैन्य शासक (सेवानिवृत्त) जनरल परवेज मुशर्रफ के शासन की आलोचना करने की वजह से खान को थोड़े समय जेल में भी रहना पड़ा.

11 मई, 2013: खान ने पाकिस्तान को ‘नया पाकिस्तान’ में, भ्रष्टाचार से मुक्त एक कल्याणकारी देश में बदलने का वादा किया.

25 जून, 2016: खान ने पनामा पेपर जारी होने के बाद घोषणा की कि उनकी पार्टी पीटीआई प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के खिलाफ प्रदर्शन करेगी.

दो नवंबर, 2016: पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) नेता हनीफ अब्बासी ने खान को अयोग्य करार देने के लिए याचिका दायर की. अब्बासी ने खान पर धन शोधन, संपत्ति का ब्योरा छुपाने और पार्टी के विदेशों से धन लेने का आरोप लगाया.

तीन मई, 2017: पाकिस्तान के उच्चतम न्यायालय ने मामले की सुनवाई शूरू की और खान से ‘बनी गाला’ संपत्ति पर उनसे पूछताछ की.

एक जून, 2017: खान की पूर्व पत्नी जेमिना गोल्ड्स्मीथ ने ट्वीट करके बताया कि उन्हें इस मामले में इमरान को ‘अदालत में बेकसूर साबित करने के लिए बैंक स्टेटमेंट’ मिला है.

15 दिसंबर, 2017: उच्चतम न्यायालय ने खान के पक्ष में फैसला सुनाया और पाकिस्तान भ्रष्टाचार निरोधी अदालत ने पनामा पेपर मामले में शरीफ और उनके परिवार के खिलाफ मुकदमा शुरू किया.

27 मई, 2018: पाकिस्तान में 25 जुलाई को आम चुनाव आयोजित कराने की घोषणा की गयी.

25 जुलाई, 2018: पाकिस्तान ने सीधे तीसरी बार चुनी हुई असैनय सरकार बनाने के लिए मतदान किया.

26 जुलाई, 2018: मतदान में कदाचार के आरोपों के बीच खान ने आम चुनाव में जीत का दावा किया.

28 जुलाई, 2018: खान की पीटीआई कौमी असेंबली में 116 सीटों के साथ इस चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी.

छह अगस्त, 2018: पीटीआई ने खान को पाकिस्तान के अगले प्रधानमंत्री का उम्मीदवार घोषित किया.

सात अगस्त, 2018: चुनाव आयोग ने खान को नेशनल असेंबली के सदस्य के रूप में शपथ लेने की सशर्त अनुमति दी.

13 अगस्त, 2018: खान सहित पाकिस्तान के संसद सदस्य के रूप में निर्वाचित 329 सदस्यों ने शपथ ली.

15 अगस्त, 2018: पाकिस्तान की संसद ने खान के पार्टी के उम्मीदवारों को अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के रूप में निर्वाचित किया.

17 अगस्त, 2018: खान ने पीएमएल-एन के प्रधानमंत्री उम्मीदवार शहबाज शरीफ को हराया.

18 अगस्त, 2018: खान ने पाकिस्तान के 22वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली.

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