इस्लामाबाद : पाकिस्तान में मंगलवार को नये राष्ट्रपति का चुनाव होगा. इस चुनाव में सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के उम्मीदवार आरिफ अल्वी के जीतने की संभावना है, क्योंकि विपक्ष संयुक्त उम्मीदवार को उतारने में नाकाम रहा है.
पाकिस्तान चुनाव आयोग (इसीपी) ने चुनाव के लिए सोमवार को तैयारियां पूरी कर ली. नेशनल एसेंबली के साथ सभी चार प्रांतीय एसेंबली में मतदान केंद्र बनाये गये हैं. मुख्य निर्वाचन आयुक्त सरदार रजा खान निर्वाचन अधिकारी होंगे.
निवर्तमान राष्ट्रपति ममनून हुसैन का कार्यकाल आठ सितंबर को खत्म हो रहा है. उन्होंने पांच साल के दूसरे कार्यकाल के लिए फिर से चुनाव मैदान में उतरने से इन्कार किया. अल्वी के अलावा पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के चौधरी एतजाज अहसन और जमीअत-ए-उलेमा (एफ) के प्रमुख मौलाना फजल उर रहमान मुकाबले में हैं.
कराची में रहने वाले अल्वी दंत चिकित्सक से नेता बने हैं. संयुक्त विपक्ष अल्वी को चुनौती देने के लिए एक उम्मीदवार खड़ा करने वाला था, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया. पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) ने पिछले महीने नामी वकील और वरिष्ठ नेता अहसन को उम्मीदवार नामित किया था.
पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (पीएमएल-एन) और मुत्ताहिदा मजलिस-ए-अम्ल (एमएमए) सहित अन्य विपक्षी दलों ने इस कदम का विरोध किया. मतभेद बढ़ने पर रहमान को नामित किया गया. विपक्षी दलों ने रविवार को लाहौर में बैठक की और राष्ट्रपति चुनाव पर चर्चा हुई. इस बैठक में पीपीपी ने हिस्सा नहीं लिया.
पीपीपी नेता कमर जमां कैरा ने कहा कि विपक्ष में एकजुटता नहीं रहने का फायदा सत्तारूढ़ पार्टी को मिलेगा. उन्होंने संकेत दिया कि पीपीपी जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से मुलाकात कर अहसन के लिए उनकी पार्टी का समर्थन मांगेगी.