वाशिंगटन : अमेरिका ने शुक्रवार को उन तीन लातिन अमेरिकी देशों के राजदूतों को वापस बुला लिया है, जिन्होंने हाल ही में ताइवान की बजाय चीन से अपने राजनयिक संबंध स्थापित कर लिये हैं. अमेरिका ने कहा कि वह राजनयिकों से बातचीत करेगा.
यह कदम तब उठाया गया है, जब अमेरिका ने चीन पर पिछले महीने ताइवान-चीन संबंधों को अस्थिर करने तथा पश्चिमी गोलार्द्ध में ताइवान के सहयोगियों के जरिये ‘राजनीतिक हस्तक्षेप’ के अभियान में शामिल होने का आरोप लगाया था.
एक बयान में शुक्रवार को कहा गया, ‘विदेश विभाग ने डोमिनिकन रिपब्लिक में अमेरिका के राजदूत रॉबिन बर्नस्टीन, अल सल्वाडोर में अमेरिकी राजदूत जीन मानेस और पनामा में अमेरिका के प्रतिनिधि रॉक्सेन कैब्रल को वापस बुला लिया.’
इसमें कहा गया है, ‘हमारे मिशन के तीन प्रमुख, अमेरिकी सरकार के नेताओं से मुलाकात करेंगे, ताकि उन तरीकों पर चर्चा की जा सके, जिससे अमेरिका मजबूत, स्वतंत्र, लोकतांत्रिक संस्थानों तथा मध्य अमेरिका और कैरिबियाई के जरिये अर्थव्यवस्थाओं का समर्थन कर सके.’
चीन, ताइवान पर अपना दावा जाता है. इसलिए वह राजनयिक मिशनों को अपने देश में स्थानांतरित करने की कवायद में लगा रहता है.